NEET Paper Leak Case Update: देशभर में सियासी बयानबाजी के बीच नीट परीक्षा में पेपर लीक का मामला गंभीर रूप से सामने आया है. पांच मई 2024 को आयोजित नीट परीक्षा के दौरान जैसे ही पेपर लीक की खबर सामने आई वैसे ही देशभर में हड़कंप मच गया. इस मामले में अभ्यर्थी, परिजन और पेपर सेट करने वालों की गिरफ्तारी के बाद कई महत्वपूर्ण खुलासे हो रहे हैं. आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) इस मामले की जांच में जुटी हुई है और अब तक कई महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाए जा चुके हैं.
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अभ्यर्थियों और परिजनों की स्वीकारोक्ति
इस मामले में गिरफ्तार अभ्यर्थियों और उनके परिजनों ने स्वीकार किया है कि कैसे उन्होंने परीक्षा में सेटिंग कराई. इस मामले में नया मोड़ तब आया जब पेपर लीक में चिंटू और पिंटू नामक अभ्यर्थियों के शामिल होने की बात सामने आई. चिंटू के पास सुबह 9 बजे परीक्षा के दिन प्रश्न पत्र आया था. चिंटू संजीव मुखिया के गांव के पास का रहने वाला है. हालांकि, इन दोनों से अभी तक पूछताछ नहीं हुई है, लेकिन ईओयू की एक टीम दिल्ली रवाना हो चुकी है और जांच के बाद उनसे भी पूछताछ की जाएगी.
जेल में बंद अभ्यर्थियों की जमानत अर्जी
आपको बता दें कि नीट पेपर लीक मामले में जेल में बंद अभ्यर्थियों ने कोर्ट में जमानत की अर्जी दाखिल की है और इस पर आज सुनवाई होगी. इसके अलावा, पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के पीएस प्रीतम कुमार पर गेस्ट हाउस में कमरा बुक कराने का आरोप भी है. ईओयू प्रीतम से भी पूछताछ करेगी. लगातार प्रीतम पर भी सवाल उठ रहे हैं और सत्ता पक्ष के नेता तेजस्वी यादव पर निशाना साध रहे हैं.
संजीव मुखिया - 'पेपर लीक का मास्टरमाइंड'
इसके साथ ही आपको बता दें कि इस केस में नालंदा के रहने वाले संजीव मुखिया की भी तलाश की जा रही है, जिसे इस नीट पेपर लीक मामले का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. आर्थिक अपराध इकाई की टीम उसकी तलाश में है. संजीव मुखिया का नाम पहले भी कई प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक मामलों में सामने आ चुका है और वह जेल की हवा भी खा चुका है. वर्तमान में वह नालंदा महाविद्यालय के नूरसराय ब्रांच में तकनीकी सहायक के तौर पर कार्यरत है.
ईओयू की जांच प्रक्रिया
वहीं ईओयू की टीम इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है. अब तक कई महत्वपूर्ण साक्ष्य इकट्ठा किए गए हैं और विभिन्न व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही है. इस मामले में चिंटू और पिंटू की एंट्री ने जांच को और भी गहरा बना दिया है. ईओयू की टीम दिल्ली रवाना हो चुकी है और जांच के बाद इनसे भी पूछताछ की जाएगी.
राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव
बहरहाल, नीट पेपर लीक मामले ने राजनीतिक और सामाजिक दोनों स्तरों पर हड़कंप मचा दिया है. विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश की है. वहीं, सत्ता पक्ष के नेता भी मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच में तेजी लाने की मांग कर रहे हैं. यह मामला सिर्फ शिक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता पर ही नहीं बल्कि सामाजिक और राजनीतिक ढांचे पर भी सवाल खड़े कर रहा है.
HIGHLIGHTS
- नीट पेपर लीक मामले में चिंटू-पिंटू नाम का नया एंगल
- NEET Paper Leak मामले में हर दिन हो रहे नए खुलासे
- जेल में बंद अभ्यर्थियों की जमानत अर्जी
Source : News Nation Bureau