Bihar Politics News: बिहार की राजनीति में जहां सभी पार्टियां एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने में जुटी हैं, वहीं लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने अपने पिता रामविलास पासवान से जुड़े एक अपमानजनक घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. चिराग, जो कई बार मंचों पर अपने पिता को याद कर भावुक हो जाते हैं, इस मामले में बेहद सख्त दिखे और सोशल मीडिया पर अल्टीमेटम जारी करते हुए कहा कि ''मेरे नेता का अपमान किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं होगा.''
मीडिया और पत्रकार साथियों के माध्यम से यह सूचना प्राप्त हुई कि हाजीपुर में मेरे नेता, मेरे पिता के नाम की नेमप्लेट का गलत तरीके से इस्तेमाल किया गया, जो कि अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। इस विषय के संज्ञान में आने के बाद मैंने तुरंत कार्रवाई के लिए स्थानीय जिला प्रशासन और सिपेट… pic.twitter.com/wb4BaBqJFy
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) September 7, 2024
चिराग पासवान की तीखी प्रतिक्रिया
आपको बता दें कि चिराग पासवान ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर एक पोस्ट लिखकर अपनी नाराजगी जाहिर की. उन्होंने लिखा, ''मीडिया और पत्रकारों के माध्यम से यह जानकारी मिली कि हाजीपुर में मेरे नेता और मेरे पिता के नाम की नेमप्लेट का गलत इस्तेमाल हुआ है, जो अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है. इस घटना के बाद मैंने तुरंत स्थानीय प्रशासन और सिपेट संस्थान के अधिकारियों से बातचीत की और नेमप्लेट को सम्मानजनक स्थान पर पुनः लगाने के निर्देश दिए.'' चिराग ने यह भी स्पष्ट किया कि इस अपमानजनक घटना के दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए.
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मामला क्या है?
वहीं आपको बता दें कि मामला हाजीपुर के सिपेट संस्थान का है, जहां रामविलास पासवान के नाम वाली नेमप्लेट का इस्तेमाल एक गटर को ढकने के लिए किया गया था. यह शिलापट्ट, जिस पर उद्घाटनकर्ता के रूप में रामविलास पासवान का नाम अंकित था, एक बंद नाले के ढक्कन के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था. इसका फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद यह मुद्दा और बड़ा हो गया. हालांकि, कुछ समाचार चैनलों ने इसकी पुष्टि नहीं की, लेकिन चिराग पासवान ने इसे गंभीरता से लिया और तुरंत एक्शन लिया.
चिराग पासवान की सख्त कार्रवाई
साथ ही आपको बता दें कि चिराग पासवान ने इस मामले पर कड़ी नाराजगी जताते हुए हाजीपुर के जिला प्रशासन और सिपेट संस्थान के अधिकारियों से संपर्क कर नेमप्लेट को सही स्थान पर लगाने के आदेश दिए. उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों. चिराग का कहना है कि उनके पिता का अपमान किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इस घटना में जो भी जिम्मेदार होगा, उस पर कठोर कार्रवाई की जाएगी.
राजनीतिक प्रभाव और संदेश
इसके अलावा आपको बता दें कि चिराग पासवान की इस प्रतिक्रिया से स्पष्ट है कि वे अपने पिता की विरासत और सम्मान को लेकर बेहद सजग हैं. यह घटना राजनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि चिराग ने अपने पिता की छवि को लेकर कोई भी समझौता करने से इनकार कर दिया है. इस मामले पर उनकी सख्त प्रतिक्रिया ने यह संदेश दिया है कि वे अपने परिवार और राजनीतिक धरोहर के सम्मान के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं.