केंद्र की नई शिक्षा नीति के खिलाफ देश के कई हिस्सों में आवाज उठने लगी है. बिहार में छात्रों ने नई शिक्षा नीति के खिलाफ प्रदर्शन किया तो वहीं इसको लेकर राजनीतिक दलों ने भी केंद्र सरकार पर शिक्षा के बाजारीकरण का आरोप लगा दिया. वहीं, सरकार का पक्ष रखते हुए भारतीय जनता पार्टी के बिहार विधान परिषद के सदस्य प्रोफेसर नवल किशोर यादव ने कहा कि नई शिक्षा नीति बेहतर है. विपक्ष के लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं है. इसलिए वह नई शिक्षा नीति के खिलाफ बयान दे रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ जदयू और आरजेडी ने इसे लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है.
छात्रों से साथ JDU
इस शिक्षा नीति के खिलाफ छात्रों के प्रदर्शन को जनता दल यूनाइटेड ने जायज ठहराया. JDU MLC नीरज कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार शिक्षा को निजी हाथों में सौंपना चाहती है. स्कॉलरशिप सहित छात्रवृत्ति योजनाओं पर केंद्र सरकार की टेढ़ी नजर है. देश स्तर पर इस शिक्षा नीति का विपक्ष के लोग विरोध करेंगे.
RJD-Congress का भी मिला समर्थन
वहीं, राष्ट्रीय जनता दल ने जनता दल यूनाइटेड और विपक्ष के नेताओं के बयानों का समर्थन किया. RJD प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा कि निश्चित रूप से केंद्र सरकार शिक्षा को प्राइवेट हाथों में सौंपना चाहती है. शिक्षा का बाजारीकरण करना चाहती है. जहां एक तरफ विपक्ष देश में मुद्दा की बात करता है तो वहीं सत्तापक्ष मोदी की बात करता है. JDU और RJD को कांग्रेस का साथ मिला और कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा कि नई शिक्षा नीति के जरिए केंद्र सरकार जो मनसा पाल रही है उसे हम कभी पूरा नहीं होने देंगे. इस शिक्षा नीति के जरिए केंद्र सरकार सब कुछ प्राइवेट हाथों में देना चाहती है तो कहीं से उचित नहीं है. सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच अब एक बार फिर से नई शिक्षा नीति चर्चा में आ गई है. जहां विपक्ष एक मंच पर मौजूद रहकर मोदी सरकार की कमियों को गिना रहा है और नई शिक्षा नीति पर सवाल उठा रहे हैं.
HIGHLIGHTS
- केंद्र की नई शिक्षा नीति के खिलाफ बिहार में प्रदर्शन
- छात्रों के समर्थन में कई पार्टियां
- छात्रों से साथ JDU
- RJD-Congress का भी मिला समर्थन
Source : News State Bihar Jharkhand