Bihar Political News: केंद्रीय मंत्री और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी रविवार को जमुई पहुंचे, जहां उन्होंने अपने ही अंदाज में खुलकर बातचीत की. हम (हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा) पार्टी के संस्थापक मांझी ने शराबबंदी के मुद्दे से लेकर अनुच्छेद 370 और लालू यादव के शासनकाल पर बेबाकी से अपने विचार रखे. यह उनका केंद्रीय मंत्री बनने के बाद जमुई का पहला दौरा था, जहां उनके सम्मान में स्वागत कार्यक्रम आयोजित किया गया था.
बिहार में शराबबंदी की पोल खोल
आपको बता दें कि सम्मान समारोह के दौरान जीतन राम मांझी ने बिहार में शराबबंदी के मुद्दे पर खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि राज्य में शराबबंदी सिर्फ कागजों पर लागू है, जबकि हकीकत में यह पूरी तरह से असफल हो चुकी है. उन्होंने यह भी जोड़ा कि शराबबंदी के कारण बिहार में अवैध शराब का कारोबार फल-फूल रहा है, जिससे राजस्व का नुकसान हो रहा है और कानून-व्यवस्था पर भी नकारात्मक असर पड़ रहा है. जीतन राम मांझी ने कहा कि शराबबंदी के नाम पर आम जनता को परेशान किया जा रहा है, जबकि सरकार असल समस्या पर ध्यान नहीं दे रही है.
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लालू-राबड़ी शासन पर तीखी टिप्पणी
वहीं आपको बता दें कि जीतन राम मांझी ने लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के शासनकाल पर भी अपनी राय स्पष्ट की. उन्होंने कहा कि उस दौर में बिहार पिछड़ेपन का शिकार हुआ था और राज्य में अराजकता का माहौल था. जीतन राम मांझी ने लालू-राबड़ी के शासनकाल को अराजक और विकासहीन बताया. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के 18 वर्षों के कार्यकाल ने बिहार को पूरी तरह से बदलने का काम किया है. हालांकि, उन्होंने यह भी माना कि कुछ चुनौतियां अब भी बाकी हैं, लेकिन नीतीश के शासन में राज्य ने विकास की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं.
अनुच्छेद 370 पर बेबाकी
इसके साथ ही आपको बता दें कि अनुच्छेद 370 का जिक्र करते हुए जीतन राम मांझी ने इसका विरोध करने वालों पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जो लोग अनुच्छेद 370 का विरोध कर रहे हैं, वे देश के विरोधी नहीं बल्कि पड़ोसी मुल्क के समर्थक हैं. जीतन राम मांझी ने इस बात पर जोर दिया कि अनुच्छेद 370 का हटना देश की अखंडता और एकता के लिए आवश्यक था और इसका विरोध करना राष्ट्रविरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने जैसा है.
नीतीश कुमार की तारीफ
इसके अलावा आपको बता दें कि जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार की भी तारीफ की और कहा कि उनके 18 साल के कार्यकाल ने बिहार को एक नई दिशा दी है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने शिक्षा, स्वास्थ्य और आधारभूत संरचना के क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार किए हैं, जो राज्य के विकास में मील का पत्थर साबित हुए हैं. जीतन राम मांझी ने कहा कि बिहार को जिस राजनीतिक स्थिरता और विकास की जरूरत थी, वह नीतीश कुमार के नेतृत्व में हासिल हुई.