आगामी लोकसभा चुनाव में एक साल का समय बचा है, लेकिन बयानबाजी ऐसी हो रही है कि मानो आज ही चुनाव होने है. बिहार में दोनों तरफ से आरोप-प्रत्यारोप और वार पलटवार का सिलसिला जारी है. कभी राम मंदिर तो कभी समय से पहले चुनाव और अब विपक्षी एकता पर सवाल पूछे जा रहे हैं. राम मंदिर ऐसा मुद्दा है, जिसने बीजेपी की सियासत को नई धार दी है. भगवान राम के सहारे ही बीजेपी 300 पार तक पहुंची है और ये बात बीजेपी के दिग्गज भी मानते हैं, लेकिन बिहार की सियासत में धर्म के साथ जाति का भी कोकटेल बनता है और ये बात भगवा खेमा भी मानता है.
अपना वादा पूरा करने की तैयारी में BJP
वहीं, बीजेपी लोकसभा चुनाव से पहले राम मंदिर का निर्माण कर जनता से किया गया अपना एक वादा जरूर पूरा करने की तैयारी में है ताकि लोकसभा चुनाव में इस मुद्दे को भुनाया जा सके. साथ ही निशाने पर सीएम नीतीश कुमार भी है. बीजेपी विधायक जीवेश कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार जो राजनीतिक दलों के साथ मिलकर गठबंधन करने का प्रयास कर रहे हैं, उनको इस बात का भय है कि यदि चुनाव में और देरी होगी तो उनका कुनबा कहीं खत्म ना हो जाए. नीतीश कुमार आज तक अन्य राज्यों में उद्योगपति से बिहार में निवेश के लिए नहीं मिले हैं, लेकिन नरेंद्र मोदी को हटाने के लिए अनेक राज्यों में नेताओं के साथ मिलकर एक गठबंधन बना रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ तेजस्वी यादव की दूसरी राजनीति है वह यह चाह रहे हैं कि किस तरीके से नीतीश कुमार को हटाकर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे. यह स्वार्थ की राजनीति करने वाले लोग एक परिवार की राजनीति में व्यस्त है दूसरा स्वार्थ की राजनीति करने में व्यस्त है.
बिहार में JDU-RJD से BJP का मुकाबला
हालांकि जो बात बीजेपी विधायक कह रहे हैं. उससे अलग इस बार बीजेपी का मुकाबला बिहार में JDU-RJD से होने वाला है. इसी को देखते हुई महागठबंधन पर बीजेपी पूरी तरह से आक्रामक है और दोनों पर तुष्टीकरण के आरोप भी लगाती है. JDU और RJD ने BJP पर धर्म की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए तीखा हमला बोला है. साथ समय से पहले चुनाव कराने की बात फिर दोहराई है और बीजेपी को कर्नाटक में मिली हार याद भी दिलाई है और कहा कि भगवान राम सबके है. शायद विपक्ष भी राम के मुद्दे पर सॉफ्ट नजर आ रही है.
बिहार में धर्म के नाम पर हो रही सियासी बयानबाजी से इतना तो तय है कि आगामी लोकसभा के चुनाव में राम मंदिर का मुद्दा भी गुंजेगा. जिसकी पृष्ठभूमि अभी से बननी शुरू हो गई है. बीजेपी राम के नाम पर जाति की सियायत को तोड़ना चाहती है.
रिपोर्ट : आदित्य झा
HIGHLIGHTS
- बिहार की सियासत में धर्म के साथ जाति का कोकटेल
- लोकसभा चुनाव में राम मंदिर होगा बड़ा मुद्दा
- अपना वादा पूरा करने की तैयारी में BJP
Source : News State Bihar Jharkhand