Bihar CM Nitish Kumar: 27 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में दिल्ली में आयोजित नीति आयोग की बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अनुपस्थित रहे. इस बैठक में कई राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए, जबकि बिहार से उपमुख्यमंत्री और मुख्य सचिव पहुंचे. नीतीश कुमार की अनुपस्थिति पर सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं. आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने इस पर कड़ा बयान देते हुए कहा कि नीतीश कुमार को डर है कि बीजेपी उनके साथ खेल करेगी.
आरजेडी का तीखा बयान
आपको बता दें कि आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने दावा किया कि नीतीश कुमार को बैठक में कुछ खास हासिल नहीं होने वाला था, इसलिए उन्होंने शामिल नहीं होने का निर्णय लिया. तिवारी ने आरोप लगाया कि नीति आयोग की बैठक वास्तव में बीजेपी की बैठक है और इससे बिहार को कोई लाभ नहीं होगा. उन्होंने नीतीश कुमार के बजट की सराहना पर भी सवाल उठाते हुए कहा, ''नीतीश कुमार जी जब बजट की तारीफ करते हैं, तो इसका मतलब यह होता है कि वे वास्तव में इसके विपरीत सोच रहे होते हैं.''
बीजेपी पर तीखे आरोप
वहीं मृत्युंजय तिवारी ने बीजेपी पर सहयोगी दलों को तोड़ने और बर्बाद करने का आरोप लगाते हुए कहा, ''बीजेपी हनीमून पीरियड खत्म होने के बाद सभी सहयोगी दलों को तोड़ने का प्रयास करेगी.'' उन्होंने यह भी कहा कि बिहार की जनता नीतीश कुमार से पूछेगी कि उन्होंने बिहार के लिए क्या किया है. तिवारी ने विशेष राज्य के दर्जे की मांग को लेकर भी नीतीश कुमार की चुप्पी पर सवाल उठाया और कहा कि मुख्यमंत्री को इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण देना चाहिए.
जेडीयू का पक्ष
आपको बता दें कि नीति आयोग की बैठक में नीतीश कुमार की अनुपस्थिति पर जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने न्यूज़ एजेंसी पीटीआई को बताया कि इस बार भी दोनों उपमुख्यमंत्री बैठक में शामिल होने गए थे. नीरज कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार बैठक में क्यों नहीं शामिल हुए, इस पर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है. उन्होंने स्पष्ट किया कि नीतीश कुमार की अनुपस्थिति का विशेष कारण नहीं बताया जा सकता.