Bihar Politics News: बिहार में अगले साल 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. इस चुनाव में खासतौर पर युवा नेताओं की भूमिका पर सभी की नजरें हैं. जब बात युवा नेताओं की होती है, तो बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के सांसद चिराग पासवान के नाम प्रमुखता से लिए जाते हैं. दोनों नेता अपनी-अपनी राजनीतिक पकड़ को मजबूत करने में जुटे हुए हैं. हाल ही में चिराग पासवान ने 2024 के लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन करते हुए 100 प्रतिशत स्ट्राइक रेट दर्ज कर सबको चौंका दिया है. दूसरी ओर, तेजस्वी यादव भी चुनावी यात्रा की तैयारियों में लगे हुए हैं. ऐसे में बिहार की राजनीति में कौन कितनी सफलता प्राप्त करता है, यह देखने योग्य होगा.
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शत्रुघ्न सिन्हा की टिप्पणी - 'तेजस्वी को विरासत में मिली राजनीति'
आपको बता दें कि टीएमसी सांसद और बिहार के प्रमुख चेहरे शत्रुघ्न सिन्हा ने हाल ही में पटना दौरे के दौरान तेजस्वी यादव और चिराग पासवान को लेकर बड़ी बातें कहीं. जब पत्रकारों ने उनसे तेजस्वी यादव की यात्रा और 2025 में सरकार बनाने के दावे पर सवाल किया, तो उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में किसी को अपनी यात्रा करने या दावे करने का अधिकार है. तेजस्वी यादव को राजनीति विरासत में मिली है और उन्होंने अपने पिता लालू यादव से बहुत कुछ सीखा है. राजनीति में उन्होंने काफी अनुभव हासिल किया है और अब वे एक परिपक्व नेता के रूप में उभर रहे हैं.
वहीं आपको बता दें कि शत्रुघ्न सिन्हा ने तेजस्वी की तारीफ करते हुए कहा कि तेजस्वी में युवाओं की ऊर्जा और जोश है और लोग उन्हें ध्यान से देख रहे हैं. लेकिन उन्होंने यह भी संकेत दिया कि बिहार में तेजस्वी यादव के अलावा भी कई अच्छे नेता हैं. हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा चिराग पासवान की ओर था, जो बिहार की राजनीति में एक उभरते हुए सितारे के रूप में देखे जा रहे हैं.
चिराग पासवान को शत्रुघ्न सिन्हा का समर्थन
साथ ही आपको बता दें कि चिराग पासवान को लेकर शत्रुघ्न सिन्हा ने बेहद सकारात्मक प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि उन्हें व्यक्तिगत तौर पर चिराग पासवान बहुत पसंद हैं और उनकी जीत पर उन्हें काफी खुशी हुई. रामविलास पासवान के साथ अपने पारिवारिक संबंधों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वे चिराग के परिवार से शुरू से जुड़े रहे हैं और उनके सुख-दुख में सहभागी रहे हैं. शत्रुघ्न सिन्हा ने यह भी कहा कि वे लालू यादव को भी अपना पारिवारिक मित्र मानते हैं और दोनों परिवारों के साथ उनके संबंध मजबूत हैं.
2025 के चुनाव में युवा नेताओं की बढ़ती भूमिका
इसके अलावा आपको बता दें कि 2025 का बिहार विधानसभा चुनाव मुख्य रूप से युवा नेताओं के दमखम पर आधारित रहेगा, जहां तेजस्वी यादव अपने पिता लालू यादव की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं, वहीं चिराग पासवान अपने पिता रामविलास पासवान की राजनीतिक धरोहर को सशक्त करने में लगे हैं. दोनों नेताओं की रणनीतियों पर सबकी नजर रहेगी. शत्रुघ्न सिन्हा की ओर से मिले सकारात्मक समर्थन से यह साफ है कि बिहार की राजनीति में इन युवा नेताओं का भविष्य उज्ज्वल हो सकता है.