बिहार आरजेडी चीफ जगदानन्द सिंह ने सूबे के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को 2023 में बिहार के सीएम बनने की भविष्यवाणी कर डाली है. उनका ये बयान सूबे के सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है. आरजेडी ने जहां उनके बयान का समर्थन किया है तो वहीं जेडीयू कुछ बोलने से परहेज कर रही है. वहीं, बीजेपी ने इस मुद्दे को भी लपक लिया है. बिहार जेडीयू अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने जगदानंद के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि वह ऐसे बयानों को ज्यादा तरजीह नहीं देते. RJD विधायक भाई वीरेंद्र ने जगदानंद के बयान का समर्थन किया है और कहा कि तेजस्वी यादव युवाओं के चहेते नेता हैं. उपमुख्यमंत्री की ताजपोशी सभी महागठबंधन दल के नेताओं के द्वारा की जाएगी. समय सीमा सिर्फ एक निर्धारित अभी नहीं है. 2020 में ही तेजस्वी यादव की सरकार बन जाती जनता ने उन्हें अपना समर्थन दिया था.
वहीं, इस मुद्दे को भी बीजेपी ने लपक लिया. बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने जगदानंग के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि आरजेडी और जेडीयू के बीच में समझौता हुआ है और 2023 में नीतीश कुमार बिहार की सत्ता तेजस्वी यादव को सौंपेंगे.
बहरहाल जगदानंद के बयान पर बिहार के सियासी गलियारों में गर्माहट आ गई है और रही सही कसर खुद आरजेडी के नेता ही पूरी कर रहे हैं. वहीं, जेडीयू जगदानंद के बयान पर साफ साफ बोलने से परहेज कर रही है और बीजेपी लगातार महागठबंधन सरकार पर हमलावर हो रही है. ऐसे में अब यह देखना दिलचश्प होगा कि तेजस्वी यादव को बिहार का सीएम बनने या बनाने को लेकर हो रही सियासी बयानबाजी कब और कहां जाकर रुकती है.