मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आगामी चुनाव से पहले बड़ा झटका लगा है. हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के नेता और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के बेटे डॉ. संतोष सुमन ने नीतीश कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है. इसके साथ ही उन्होंने सीएम नीतीश पर बड़े आरोप लगाते हुए कहा कि नीतीश हमारा अस्तित्व ही खत्म करना चाह रहे हैं. बता दें कि हम पार्टी के 4 विधायक हैं. बता दें कि संतोष सुमन के इस्तीफे के बाद अब हम पार्टी की एनडीए में शामिल होने की संभावना बढ़ चुकी है. इस्तीफे के बाद पीसी करते हुए संतोष सुमन ने कहा कि हमारी पार्टी का अस्तित्व खतरे में है, उसे बचाने का काम किया.
यह भी पढ़ें- संतोष सुमन के इस्तीफे पर JDU ने दिया बड़ा बयान, कहा - ऐसे लोग आते-जाते रहते हैं
'हम' अब साथ-साथ नहीं है!
इसके साथ ही एक चीज बता देना चाहते हैं कि जंगल में बहुत तरह के जानवर रहते हैं, शेर भी रहते हैं, छोटे जानवर भी रहते हैं, सबको पकड़ने की कोशिश की जाती है. हिरण भी बचकर निकल जाते हैं, हम लोग बच रहे थे. आज जब लगा कि हम नहीं बच पाएंगे तो यहां से निकल गए.
महागठबंधन की सरकार में 'हम' का अस्तित्व सुरक्षित नहीं
इसी के साथ जब मीडिया ने संतोष सुमन से पूछा कि अब एनडीए में जाने की तैयारी है? इस पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि आप सबको पता है, हमलोगों को बुलाया ही नहीं गया. हमारी पार्टी को बैठक में बुलाया ही नहीं गया. कोई अस्तितव नहीं है. हम अपने अस्तित्व के लिए सोचेंगे, अभी हमारी बात किसी से नहीं हो रही है. हम कहां जाएंगे, नहीं जाएंगे, अभी कोई बात नहीं हुई है. हम इंडिपेंडेंट पार्टी है, हम अपना अस्तित्व बचाने का सोचेंगे. हम आज भी महागठबंधन में रहने का सोच रहे हैं.. एनडीए में जाने की कोई बात किसी से नहीं हो रही है.
अस्तित्व बचाने के लिए जंगल से बाहर निकल गए
वहीं, दूसरा सवाल पूछा गया कि इस्तीफे से पहले नीतीश जी से बात हुई थी, तो संतोष सुमन ने कहा कि नीतीश जी से हमारे सारे माननीय विधायकों की मुलाकात हुई. पर्सनल मीटिंग भी हुई. माननीय विजय चौधरी से भी हमारी मुलाकात हुई, एक राउंड की बात नहीं है, एक दिन की बात नहीं है. हम अपना अस्तित्व बचाने के लिए जंगल से बाहर निकल गए. इसके बाद पीसी के दौरान उनसे पूछा गया कि अगर आपका इस्तीफा स्वीकार हो जाता है तो मतलब बाद महागठबंधन से बाहर हो गए.. जिस पर जवाब देते हुए सीएम ने कहा कि महागठबंधन के नेताओं को समझाना होगा. मैं नीतीश कैबिनेट से अलग होकर भी महागबंधन में रहना चाहते हैं. अगर वह नहीं रहना चाहते हैं, तो हम कुछ नहीं कर सकते. दो बड़ी पार्टी राजद और जदयू नहीं रखना चाहेंगे, नहीं तवज्जो देंगे, नहीं बुलाएंगे, आपको पार्टी के रूप में नहीं मानेंगे, तो आप कैसे रहेंगे.
अगर नीतीश कुमार जी बुलाएंगे तो इस्तीफा वापस लेंगे?
जिसका जवाब देते हुए संतोष कुमार ने कहा कि इसका सवाल ही नहीं उठता क्योंकि यह एक दिन की बात नहीं है, हमने बहुत सोच समझकर यह निर्णय लिया है.. सभी सम्मानित सदस्यों और विधायकों से बात करके यह निर्णय लिया है.
HIGHLIGHTS
- नीतीश कैबिनेट से मांझी के बेटे ने दिया इस्तीफा
- CM पर लगाया बड़ा आरोप
- अस्तित्व बचाने के लिए जंगल से बाहर निकल गए
Source : News State Bihar Jharkhand