आमतौर पर सुर्खियों में रहने वाला बिहार का शिक्षा विभाग एक बार फिर खबरों में है. इस बार मामला है, स्कूली शिक्षकों के 'बिस्तर पर प्रदर्शन' का. जी हां.. ये मजाक नहीं, सच्चाई है. प्रदेश शिक्षा विभाग ने बिहार के शिक्षकों का 'बिस्तर पर प्रदर्शन' को खराब आंकते हुए सैलरी कटौती की है. खबर में आगे दिए दस्तावेज की कॉपी में आप विभाग के इस अनोखे एक्शन का सबूत भी देख सकते हैं. दरअसल पिछले सप्ताह शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने जमुई के कई स्कूलों का औचक निरीक्षण किया था. इस दौरान अधिकारियों ने कई शिक्षकों की अनुपस्थिति दर्ज की थी, लिहाजा शिक्षा विभाग ने इसपर असंतोष जताते हुए इसके खिलाफ कार्रवाई का फैसला किया.
हालांकि गलती ये हुई कि, शिक्षा विभाग ने इस कार्रवाई से संबंधित दस्तावेज में एक शब्द की वर्तनी कई बार गलत लिख दी. शिक्षा विभाग दस्तावेज में स्कूली शिक्षकों की अनुपस्थिति को खराब प्रदर्शन करार देते हुए, ‘bed performance’ यानि 'बिस्तर पर प्रदर्शन' लिख दिया, जबकि उन्हें लिखना ‘bad performance’ था, जिससे विभाग ऑनलाइन ट्रोल्स के निशाने पर आ गया.
गौरतलब है कि, 22 मई के आधिकारिक आदेश संख्या में, "बैड" को 14 बार "बेड" के रूप में गलत लिखा गया था, जिससे दस्तावेज का गलत मतलब निकल रहा है कि, शिक्षकों की 'बिस्तर पर प्रदर्शन' के कारण वेतन कटौती की गई है.
हालांकि विभाग ने तुरंत अपनी गलती सुधारी और सुधार पत्र जारी किया गया. वहीं मामले में अन्य अधिकारी इसपर कोई भी बयान देने से परहेज कर रहे हैं.
Source : News Nation Bureau