सभी देशवासियों के लिए खुशी की खबर आ रही है. भारत-चीन सीमा पर हुए विवाद में सुनील राय (Sunil rai) नाम के सैनिक शहीद नहीं हुए हैं. दरअसल, एक ही नाम के कारण गलतफहमी हो गई. जिसके बाद उनके शहादत (Martyr) की सूचना घर तक पहुंच गई. बुधवार को सुनील राय ने खुद फोन कर अपने परिजनों से बात की जिसके बाद इस पूरे मामले का खुलासा हुआ. सुनील के परिजनों ने बताया कि उनसे बात हुई है और वो लद्दाख में पूरी तरह से सुरक्षित हैं. सेना के अधिकारियों ने परिवार से बात करते हुए बताया है कि यह गलतफहमी के कारण गलत सूचना आ गई थी, लेकिन लद्दाख में सुनील पूरी तरह ठीक हैं.
यह भी पढ़ें- गृह मंत्री अमित शाह ने लद्दाख संघर्ष में जान गंवाने वाले भारतीय सैनिकों के शौर्य को किया सलाम, कही ये बात
एक नाम को लेकर हुई गलतफहमी
जैसे ही परिवार वालों को सुनील के सुरक्षित होने की खबर मिली मातम का माहौल अचानक से खुशियों में बदल गया. इससे पहले मंगलवार की रात भारत-चीन बॉर्डर पर चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प में बिहार के सारण के भी जवान सुनील के शहीद होने की खबर मिली थी, जिसके बाद परसा प्रखंड के दिघरा परसा गांव में कोहराम मच गया था. सारण के डीएम सुब्रत कुमार सेन ने भी सेना के जवान सुनील कुमार के शहीद होने की पुष्टि की थी. हालांकि, उन्होंने ये भी कहा था कि अभी विस्तृत जानकारी का इंतजार है. जवान सुनील कुमार (38 वर्ष) छपरा जिले के दीघरा परसा गांव के रहने वाले हैं.