बिहार के सुपौल से सटे नेपाल में अगले 5 दिनों तक भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. वहीं, पिछले 4 दिनों से हो रही बारिश से कोसी के जलस्तर में रिकॉर्ड तोड़ वृद्धि हो गई है. सुपौल में कोसी बराज से शुक्रवार को दोपहर 12 बजे 1 लाख 91 हजार 45 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. इससे सुपौल के निर्मली, मरौना, किशनपुर, सरायगढ़-भपटियाही सहित कुल 6 प्रखंडों के गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. बाढ़ प्रभावित ग्रामीणों का आरोप है कि कोसी तटबंध के भीतर फंसे लोगों के लिए अब तक सुपौल जिला प्रशासन के द्वारा सरकारी नाव का इंतजाम तक नहीं किया गया है.
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इस कारण लोग निजी नाव के सहारे ही जैसे-तैसे बाहर निकलने में जुटे है. इधर, सुपौल में बिहुल नदी भी लाल निशान पर है और सुपौल के मरौना प्रखंड स्थित ललमनियां गांव में प्रधानमंत्री सड़क योजना से निर्मली-मरौना पथ से ललमनियां व बेलही पंचायत को जोड़ने वाली पक्की सड़क में आरसीसी पुल के पास कटाव जारी है. इससे लोग भयभीत हैं.
हालांकि निर्मली एसडीएम नीरज नारायण पांडेय के द्वारा तत्काल कटाव स्थल पर निरोधात्मक कार्य शुरू होने की जानकारी दी गई है. वहीं, कोसी नदी में लगातार बढ़ते जलस्तर को लेकर जिले में सनसनी फैल गई है. बता दें कि जिस तरह नेपाल में अगले 5 दिनों तक भारी बारिश की संभावना को लेकर अलर्ट किया गया है.
उससे कोसी का जलस्तर 3 लाख क्यूसेक के आसपास हो सकता है और इससे भारी तबाही झेलनी पड़ सकती है. सुपौल के साथ-साथ सहरसा, मधेपुरा व अन्य जिले भी प्रभावित हो सकते हैं. बहरहाल जल प्रलय को लेकर जिला प्रशासन भी सक्रिय दिख रहा है. जिला पदाधिकारी महेंद्र कुमार भी खुद मॉनिटरिंग कर रहे है. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर डीएम ने संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश भी दिए हैं.
Source : Bishnu Gupta