बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामले को लेकर सरकार ने बुधवार से 15 मई तक लॉकडाउन लगा दिया है. लॉकडाउन को लेकर पुलिस और प्रशासन भी सख्त नजर आ रही है. पैदल बेवजह घूमने वाले लोगों पर भी पुलिस सख्ती से पेश आ रही है. पटना के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवाने के लिए 50 स्थानों पर चेक पोस्ट बनाए गए हैं. उन्होंने कहा कि बगैर काम के निकलने वाले लोगों पर जुर्माना लगाया जा रहा है, जबकि जरूरी काम से निकलने वाले लोगों से आवश्यक कारण जाना जा रहा है. बिहार में कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार में पटना में सबसे अधिक मरीज मिल रहे हैं, यही कारण है कि जिला प्रशासन किसी भी हाल में इस चेन को तोड़ना चाह रही है.
50 अतिरिक्त दंडाधिकारियों की तैनाती
पटना के जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि जिले की सीमाओं को सील कर दिया गया है तथा शहर में 50 अतिरिक्त दंडाधिकारियों की तैनाती की गई है. उन्होंने कहा कि बेवजह घर से निकलने वाले लोगों पर जुर्माना लगाया जा रहा है. इधर, लॉकडाउन के पहले दिन पटना शहर के विभिन्न स्थानों पर पुलिस बल दिखाई दे रहे हैं. लॉकडाउन के कारण सड़कें सूनी हैं तथा दुकानें बंद हैं, जिन्हें आवश्यक सामग्री लेनी थी, वे 11 बजे तक लेकर घरों में वापस लौट गए.
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संक्रमितों की रफ्तार इन दिनों तेज
उल्लेखनीय है कि राज्य में कोरोना संक्रमितों की रफ्तार इन दिनों तेज हो गई है. राज्य में मंगलवार को 14,794 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई है, जबकि पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 105 संक्रमितों की मौत हो गई है. सोमवार को राज्य में 11,407 कोरोना संक्रमित सामने आए थे, जबकि 82 संक्रमितों की मौत हुई थी. राज्य में मंगलवार को मिले संक्रमितों में पटना में सर्वाधिक 2,681 नए कोरोना संक्रमित मिले. राज्य में सक्रिय मरीजों की संख्या 1,10,430 तक पहुंच गई है.
HIGHLIGHTS
- बिहार में 15 मई तक लगाया गया है लॉकडाउन
- बेवजह घर से निकलने वालों से लिया जा रहा जुर्माना
- 24 घंटों में रिकॉर्ड 105 कोरोना मरीजों की मौत