बिहार के सीएम नीतीश कुमार के प्रमुख राजनीतिक सहयोगी उपेंद्र कुशवाहा ने शनिवार को भाजपा द्वारा सम्राट अशोक की जयंती मनाकर एक अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को अपने पाले में करे जाने के प्रयासों का मजाक उड़ाया है. कुशवाहा ने सम्राट अशोक की जयंती पर सार्वजनिक अवकाश के ऐलान का सहयोगी दल भाजपा द्वारा श्रेय लेने पर तंज कसा है. उन्होंने कहा, ‘‘कल मैं यह सुनकर हैरान था कि एक राजनीतिक दल दावा कर रहा है कि उसकी पहल से हमारे नेता नीतीश कुमार ने अशोक जयंती पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया. यह याद रखा जाना चाहिए कि यह घोषणा 2015 में की गई थी जब जदयू का भाजपा के साथ गठजोड़ नहीं था.’’
जदयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष कुशवाहा ने अशोक जयंती मनाने को लेकर भाजपा द्वारा आयोजित एक समारोह में पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी के भाषण की ओर इशारा करते हुए यह बात कही है. सुशील मोदी ने अशोक जयंती को लेकर भाजपा द्वारा आयेाजित कार्यक्रम में कहा था कि पार्टी की पहल से अशोक जयंती पर सार्वजनिक अवकाश का ऐलान किया गया. कुशवाहा अपनी पार्टी जदयू द्वारा अशोक जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे. बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा ने बीते साल अपनी राजनीतिक पार्टी रालोसपा का जदयू में विलय किया था. उन्होंने जातिगत जनगणना के मुद्दे पर भाजपा के रुख में बदलाव को भी दोहराया, जो ओबीसी से जुड़ी जातियां चाहती है और जिसे लेकर जदयू और विपक्ष की एक ही राय है.
HIGHLIGHTS
- कुशवाहा अपनी पार्टी जदयू द्वारा अशोक जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे
- दावा, यह घोषणा 2015 में की गई थी जब जदयू का भाजपा के साथ गठजोड़ नहीं था