मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जताया है कि 9 अगस्त को बिहार के कुछ जिलों में भरी बारिश के साथ वज्रपात हो सकती है. बिहार में मानसून की दस्तक होने के बाद भी बारिश नहीं हुई, जिसकी वजह से सूखे जैसी हालात पैदा हो गई. पूरे राज्य में अब तक सामान्य से कम बारिश हुई, जिसकी वजह से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बीते कुछ दिनों में राज्य में पहल के अपेक्षा अब अच्छी बारिश हुई है, जो किसी बड़ी खुशखबरी से कम नहीं है.
मौसम विभाग के ताजा रिपोर्ट के अनुसार राज्य के कुछ इलाकों में 9 अगस्त को बारिश के साथ वज्रपात होने की संभावना है. राज्य में लगातार मानसून कमजोर पड़ रहा है, जिसकी वजह से सिर्फ कुछ इलाकों में हल्की बारिश हो रही है. कुछ दिनों से लगातार हो रहे बारिश की वजह प्रदेश के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. राजधानी पटना का अधिकतम तापमान 34.7 डिग्री सेल्सियस रहा. गया में 35.2 डिग्री सेल्सियस, मुजफ्फरपुर में 33.4 डिग्री सेल्सियस और वैशाली में 37.7 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया.
बारिश के कम होने से राज्य में सूखे जैसे हालात पैदा हो गए हैं, जिसका सबसे ज्यादा प्रभाव किसानों पर पड़ा. वो अपनी फसल समय पर नहीं लगा पाए और जिन किसानों ने फसल लगाया, वो पानी की कमी से सुख रहें हैं, लेकिन बीते दिन अच्छी बारिश होने की वजह राज्य में धान की खेती में काफी वृद्धि देखने को मिली है. अब राज्य में मानसून कमजोर पड़ने लगा है, जिसने किसानों की चिंता बढ़ा दी है. उनको एक बार फिर से पानी की कमी से फसल खराब होने का डर सता रहा है. आपको बता दें कि अभी तक पूरे राज्य में सामान्य से 33 फीसदी कम बारिश हुई है.
बारिश से लोगों को राहत मिली तो वहीं लाखों लोगों के लिए मुसीबत भी बन गई है. पड़ोसी देश नेपाल में लगातार हो रहे बारिश के चलते वहां की नदियां उफान पर है, जिससे बिहार आने वाली कोसी, गंडक, बागमती, महानंदा समेत कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. ऐसे में बिहार के कई हिस्सों में बाढ़ जैसे स्थिति पैदा हो गई है.
Source : News Nation Bureau