Independence Day 2024: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पटना के गांधी मैदान में तिरंगा फहराकर एक नया रिकॉर्ड कायम किया. उन्होंने 18वीं बार बिहार में मुख्यमंत्री रहते हुए स्वतंत्रता दिवस पर झंडोत्तोलन किया. इस ऐतिहासिक अवसर पर मुख्यमंत्री ने लालू यादव और उनके परिवार पर बिना नाम लिए निशाना साधा. हालांकि, ये टिप्पणियां उन्होंने पहले भी की हैं, लेकिन इस बार स्वतंत्रता दिवस के मंच से उनकी बातों का अलग ही असर दिखा. उन्होंने राज्य के पत्रकारों से आग्रह किया कि वे बिहार की पुरानी और वर्तमान स्थिति के अंतर को लोगों तक पहुंचाएं.
पत्रकारों से नीतीश का अनुरोध
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पत्रकारों की ओर हाथ जोड़ते हुए कहा, ''आप सभी पत्रकार मित्रों से मैं प्रार्थना करता हूं कि बिहार की पुरानी बातों को भी जनता तक पहुंचाएं. हमसे अगर आप नाराज़ हैं, तो क्या कहेंगे..., लेकिन हम काम करते हैं और करते रहेंगे. हम आप लोगों के प्रति सदैव इज्जत और सम्मान रखते हैं. हमारा उद्देश्य केवल यह है कि लोग जानें कि पहले क्या था और आज क्या है.''
वहीं उन्होंने अपने कामों को लेकर जनता से अवगत कराने की बात कही और कहा कि वर्तमान में जो भी कुछ हो रहा है, उसमें उनके काम को नजरअंदाज न किया जाए. उन्होंने कहा, ''लोगों को सच्चाई बताएं कि पहले बिहार में क्या स्थिति थी और आज हमने क्या किया है.''
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तेजस्वी और लालू पर तीखा हमला
वहीं आगे नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव पर भी निशाना साधते हुए कहा, ''वह कुछ भी बयान देते हैं और वह अखबारों में छप जाता है. लेकिन सवाल यह है कि उन्होंने क्या किया है?'' इसके साथ ही लालू यादव पर तीखा हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ''उन्होंने अपने घर को ही बढ़ाया, अपनी जगह पत्नी को मुख्यमंत्री बना दिया, बेटे और बेटियों को ही राजनीति में उतार दिया. हम लोगों ने ऐसा कभी कुछ नहीं किया.''
इसके अलावा आपको बता दें कि मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि 2005 से पहले बिहार की क्या स्थिति थी, यह किसी से छिपा नहीं है. उन्होंने कहा कि उस समय राज्य के किसी भी क्षेत्र को देखें, हर जगह स्थिति खराब थी. आज बिहार केंद्र सरकार की मदद से सड़क, उद्योग और बिजली के क्षेत्र में काफी आगे बढ़ चुका है.
पुराने दौर की याद दिलाई
साथ ही आपको बता दें कि आगे सीएम नीतीश कुमार ने अपने भाषण में पुराने दौर की याद दिलाते हुए कहा, ''हमने जो काम किए हैं, उन पर ध्यान दीजिए. पहले बिहार की क्या हालत थी और अब क्या सुधार हुए हैं, इसे जनता को बताना जरूरी है.'' उनका इशारा स्पष्ट रूप से लालू यादव के शासनकाल की ओर था, जब राज्य में अव्यवस्था और अपराध का बोलबाला था. नीतीश ने अपने कार्यकाल की उपलब्धियों को गिनाते हुए यह भी कहा कि बिहार में सुशासन और विकास की एक नई परंपरा कायम की गई है.