बिहार (Bihar) में अब सांप्रदायिक दंगों (Communal riots) से निपटने के लिए अपना दंगा रोधी बल होगा. इसके लिए पुलिस मुख्यालय (Bihar Police Headquarter) ने तैयारी प्रारंभ कर दी है. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस मुख्यालय की निगरानी में दंगा रोधी बल (Anti-riot force) की कुल 55 कंपनियां तैयार हो रही हैं. उन्होंने कहा कि इसके लिए अलग से बहाली नहीं होगी, बल्कि जिला पुलिस बल और बिहार सैन्य पुलिस बल (BMP) में ही इसका गठन होगा. सूत्रों का कहना है कि अगले साल से दंगा रोधी बल तैयार हो जाएगा. सूत्रों का कहना है कि इसके लिए प्रशिक्षण का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है.
यह भी पढ़ें:
सूत्रों के अनुसार, दंगा रोधी कंपनी को त्वरित कार्य बल (रैपिड एक्शन फोर्स-Rapid Action Force) (रैफ) की तर्ज पर तैयार किया जा रहा है. विशेष प्रशिक्षकों की देखरेख में प्रशिक्षण दिया जा रहा है.पुलिस अधिकारियों का कहना है कि विशेष प्रशिक्षण का मकसद भीड़ को नियंत्रित करने के दौरान जानमाल का कम से कम नुकासन होने पर है. इसमें हथियारबंद जवानों की संख्या कुल जवानों की एक-तिहाई ही होगी. उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान पुलिस बलों को कम से कम बल का प्रयोग कर भीड़ को नियंत्रित करने के गुर सिखाए जा रहे हैं. इस बल की पहचान भी अलग होगी.
बता दें कि बिहार की नीतीश कुमार की सरकार राज्य में कई बड़े बदलाव कर रही है और राज्य सरकार अपनी तरफ से कहीं भी कोई कमी या चूक, खासकर सुरक्षा के मामले में नहीं छोड़ना चाहती है. इसीलिए नीतीश सरकार ने रैपिड एक्शन फोर्स की तर्ज पर एक अलग दंगा रोधी बल को बनाने की मंजूरी दी है.
HIGHLIGHTS
- बिहार में दंगा रोधी बल (Anti-riot force) का होगा गठन.
- ये बल बिहार में सांप्रदायिक दंगों से निपटने के लिए होगा तैयार.
- बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने इस फोर्स के गठन पर मुहर लगा दी है.