Bihar Politics News: बिहार में 12 फरवरी को बिहार विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होना है, यानी नीतीश सरकार को विधानसभा में बहुमत साबित करना है, जिसको लेकर अब सियासी पारा हाई है. बता दें कि 12 फरवरी को बिहार विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले सभी पार्टियां अपने-अपने विधायकों को एकजुट रखने में जुटी हैं. इसके अलावा राजनीतिक गलियारों में विधायकों की खरीद-फरोख्त की भी अटकलें चल रही हैं. राजद नेता लगातार राजनीतिक 'खेला होने' का दावा करते नजर आ रहे हैं. वहीं जीतनराम मांझी की पार्टी HAM के चार विधायकों पर सभी दलों की नजर बनी हुई है. इसी बीच लेफ्ट के विधायक महबूब आलम ने शनिवार (10 फरवरी) को राज्य के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी से मुलाकात की है.
आपको बता दें कि राज्य में एनडीए की सरकार तो बन गई है लेकिन नीतीश सरकार के सामने फ्लोर टेस्ट की चुनौती है. खरीद-फरोख्त की अटकलों को देखते हुए कांग्रेस ने अपने 16 विधायकों को हैदराबाद भेज दिया है. वहीं बीजेपी ने जहां अपने विधायकों को बोधगया भेज दिया है, वहीं जेडीयू लगातार अपने विधायकों से संपर्क कर रही है. बता दें कि शनिवार को जेडीयू कोटे से मंत्री श्रवण कुमार ने सभी विधायकों के लिए भोज का आयोजन किया था. कोई भी विधायक इधर-उधर न हो, इस पर सभी पार्टियां कड़ी नजर रख रही हैं.
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मांझी से मिले महबूब आलम
आपको बता दें कि फ्लोर टेस्ट से 2 दिन पहले शनिवार को महागठबंधन में शामिल सीपीआई (एमएल) विधायक महबूब आलम जीतन राम मांझी से मिलने उनके आवास पहुंचे गए. इसे लेकर अब बताया जा रहा है कि महबूब आलम ने जीतन राम मांझी से करीब 20 मिनट तक बातचीत की. वहीं बैठक के बाद बाहर निकलने पर महबूब आलम ने कहा कि, ''जीतन राम मांझी खेल दिखाएंगे.'' विधायक ने आगे कहा कि, ''मांझी जी गरीबों को लेकर हमेशा मुद्दा उठाएं और आज भी हम उनसे वही आग्रह करने आए थे.''
क्या बिहार में वाकई होगा खेला?
आपको बता दें कि जीतन राम मांझी से मुलाकात के बाद महबूब आलम ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, ''मांझी जी से हमारा पुराना संपर्क है. वह गरीबों के नेता हैं और हम लोग बराबर उनसे मिलते रहे हैं. आज हम लोग मांझी जी का स्वास्थ्य जानने के लिए आए थे. वह हमसे बड़े हैं और हम लोग उनसे बराबर मिलते रहते हैं. पहले वह बीमार चल रहे थे और उनके स्वास्थ्य का ही हाल-चाल जानने आए हैं.'' आगे उन्होंने कहा कि, ''मांझी जी बिल्कुल स्वस्थ हैं. पूरी तरह तंदुरुस्त हैं और वो अच्छा खेल दिखाएंगे.'' अब उनके इस बयान को लेकर बिहार में सियासी पारा तेज हो गया है.
महबूब आलम ने की मांझी की जमकर तारीफ
वहीं आपको बता दें कि तेजस्वी यादव के 'खेला' होने वाले बयान को लेकर महबूब आलम ने कहा कि, ''हम वह खेल की बात करने नहीं आए थे. मांझी जी हमेशा गरीबों का सवाल उठाते रहे हैं, इसलिए हम लोग आग्रह करने आए थे कि गरीबों का सवाल उठता रहें.'' वहीं आगे उन्होंने कहा कि, ''राजनीति की कोई बातचीत नहीं हुई है. लंबे समय से उनसे मुलाकात नहीं हुई थी, इसलिए मिलने आ गए.'' इसके साथ ही उन्होंने विधायकों के मामले पर कहा कि, ''हमलोगों को इससे कोई मतलब नहीं है.''
हालांकि, 12 फरवरी की फ्लोर टेस्ट की तारीख नजदीक होने के कारण महागठबंधन जीतन राम मांझी को लुभाने की पूरी कोशिश कर रहा है. बहरहाल जीतन राम मांझी पहले ही साफ कर चुके हैं कि हम बार-बार पाला नहीं बदलते, हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हैं और एनडीए के साथ ही रहेंगे.
HIGHLIGHTS
- 12 फरवरी को 'खेला' करेंगे तेजस्वी?
- मांझी से महबूब आलम की मुलाकात ने बढ़ाई सियासी पारा
- महबूब आलम ने की मांझी की तारीफ
Source : News State Bihar Jharkhand