जिस देश ने कभी हमारे देश भारत पर राज किया था. 200 साल जिन्होंने हमे गुलाम बनाया उनके ही देश में अब एक भारतीय ने इतिहास रच दिया है. जो कभी नहीं हुआ अब इंग्लैंड पर शासन एक भारतीय करेगा. भारतीय मूल के पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री के रूप में ऋषि सुनक ने पदभार संभाल लिया है. जिससे पुरे भारत का सीना गर्व से चौड़ा हो गया. ऐसे में बिहार कैसे पीछे रह सकता था. उनके इलेक्शन कंपेनिग की कोर कमिटी में प्रज्वल पांडेय भी शामिल हैं. जो की बिहार के सिवान के रहने वाले हैं.
बैंगलोर में हुआ था जन्म
प्रजज्वल पांडेय का जन्म बैंगलोर में हुआ था. प्रजज्वल ने ब्रिटेन के यूथ पार्लियामेंट में साल 2019 में रिकॉर्ड वोट से जीत दर्ज की थी. ब्रिटेन के यूथ पार्लियामेंट में साल 2019 में चेम्सफोर्ड यूथ स्ट्रैटेजी ग्रुप के वाइस चेयरमैन निर्वाचित होने के बाद साल 2020 में एसेक्स क्लाइमेट एक्शन कमीशन का चेयरमैन निर्वाचित हुआ था. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री चुनाव के पहले कंजरवेटिव पार्टी के कोर कैंपेन कमिटी टीम के लिए प्रज्वल ने ऑनलाइन आवेदन किया था. बहुआयामी प्रतिभा को देखते हुए 30 सदस्यीय टीम में प्रजज्वल को प्राथमिकता दी गई. ऋषि सुनक के निर्देश पर प्रज्वल काम कर रहे थे.
मां स्कूल में है टीचर
प्रज्वल की मां मनीषा पाण्डेय ब्रिटेन में सरकारी स्कूल की टीचर है. प्रज्वल की बहन प्रांजल कैंब्रिज यूनिवर्सिटी एमबीबीएस के थर्ड ईयर में पढ़ाई कर रही है. दादाजी बागीश दत्त पाण्डेय व दादीजी रामसुमेरी देवी अपने पोते के इस कार्य से बेहद खुश हैं. दादा का कहना है कि उसे हमने पढ़ने के लिए भेजे था. लेकिन उसने राजीनीति में कदम रखा जिससे काफी अच्छा लगा.
बिहार से झारखंड आए थे काम करने दादाजी
प्रजज्वल के दादाजी पीडीआइएल रिटायर्ड कर्मी बागीश दत्त पाण्डेय एफसीआईएल सिन्दरी आवास संख्या आरएमकेफोर 45 में रह रहे हैं. बागीश दत्त पाण्डेय के पिता जनार्दन पाण्डेय साल 1951 में बिहार के सिवान से जीरादेई से एफसीआईएल सिन्दरी में काम करने आए थे.
टीम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था ऋषि सुनक ने
प्रजज्वल के पिता राजेश पाण्डेय ने बताया कि अगस्त 2022 में ऋषि सुनक के ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी के बाद प्रजज्वल को मुख्य अभियान टीम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था. प्रजज्वल ने ऋषि सुनक के वरीय सलाहकारों के साथ काम किया है. साल 2019 में प्रजज्वल कंसर्वेटिव पार्टी के सदस्य बने थे. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री चुनाव में ऋषि सुनक के कर, आय, शिक्षा, विदेश व रक्षा नीतियों की काफी बेहतर तरीके से प्रजेंटेशन दिया था. जिसके कारण आम जनता प्रभवित हुई थी.
बिहार में अक्सर लगा रहता है आना - जाना
प्रज्वल पांडे सीवान जिलें के जिरादेई प्रखंड के जामापुर के रहने वाले हैं. यह बागीश दत्त पांडे के पोते व राजेश पांडे के पुत्र हैं. हालांकि उनका परिवार नौकरी की वजह से झारखंड के सिंदरी में रहता है. लेकिन उनके परिवार का अक्सर गांव से आना जाना लगा रहता है. प्रज्वल साल 2019 में मात्र 16 साल की उम्र में ब्रिटेन के कंजरवेटिव पार्टी के सदस्य के रूप में शामिल हुए थे.
HIGHLIGHTS
. 16 साल की उम्र में राजनीति में रखा कदम
. मां ब्रिटेन में सरकारी स्कूल में है टीचर
. बिहार से झारखंड आया था परिवार
Source : News State Bihar Jharkhand