भागलपुर से पीरपैंती से भाजपा विधायक ललन पासवान ने धार्मिक मान्यता पर बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया. विधायक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. ललन पासवान ने कई हिन्दू देवी देवताओं का नाम लेते हुए कहा कि भगवान को नहीं मानने वाले लोगों को भी वही आशीर्वाद मिलता है जो मानने वालों को मिलता है. इस वीडियो में पीरपैंती विधायक ललन पासवान कह रहे हैं कि अगर मुस्लिम लक्ष्मी को नहीं मानते हैं तो क्या वह करोड़पति अरबपति नहीं हैं? ललन पासवान इतने पर ही नहीं रुके. उन्होंने कहा कि मुसलमान मां सरस्वती की पूजा नहीं करते. फिर भी क्या वे विद्वान नहीं हैं. ललन पासवान ने कहा कि पूरी बात धार्मिक आस्था से जुड़ी है. अगर आप माने तो यह देवी हैं और अगर नहीं तो यह सिर्फ पत्थर की मूर्ति है. यह हमारे ऊपर है कि हम देवी-देवताओं में विश्वास करें या न करें. हमें तार्किक निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए वैज्ञानिक आधार पर सोचना होगा.
ललन पासवान ने धार्मिक मान्यता पर विवादित बयान दिया है. जिसको लेकर उनकी काफी आलोचना भी हो रही है. उनका ये बयान विपक्षी पार्टियों के लिए हथियार बन गया है, तो वहीं बीजेपी के नेता उनको ऐसा बयान न देने की नसीहत दे रहे हैं. इस मामले पर भागलपुर विधायक अजीत शर्मा ने कहा कि सबकी अपनी-अपनी सोच है. कोई किसी भी भगवान को अपना आदर्श मान सकते हैं. साथ ही उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी मंदिर मस्जिद के नाम पर ही वोट करती है और आज धर्म को लेकर यह बयान कोई नई बात नहीं है, लेकिन ललन पासवान की अपनी सोच है. गोपालपुर विधायक गोपाल मंडल ने कहा कि ललन मेरा बहुत जूनियर है, उन्हें धर्म को लेकर विवादित बयान नहीं देना चाहिए, हिंदू की धर्म के प्रति अलग निष्ठा और आस्था है. वही मुस्लिम का अपने धर्म के प्रति अलग निष्ठा और आस्था है. किसी भी तरह धर्म के प्रति कोई विवादित बयान देना ठीक नहीं है.
वहीं, ललन पासवान के बेतुका बयान पर जदयू के प्रवक्ता अभिषेक झा ने निशाना साधते हुए कहा कि ये सस्ती लोकप्रियता के लिए इस तरह का बयान दिया गया है. आरजेडी प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि बीजेपी धार्मिक उन्माद पैदा करने वाली पार्टी है. हिम्मत है तो बीजेपी के शीर्ष नेता ऐसे विधायक पर कार्रवाई करके दिखाएं.
Source : News State Bihar Jharkhand