बिहार में इन दिनों राजनीतिक हलचल चरम पर है. बिहार विधान सभा चुनाव के बाद से ही सुगबुगाहटों का दौर थमता नहीं दिख रहा है. अभी कुछ दिन पहले ही लोजपा नेता ने सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की थी और उसके बाद वामपंथी नेता कन्हैया कुमार ने भी प्रदेश के मंत्री से मुलाकात की थी. अभी यह सब मुलाकात चर्चा का विषय बना ही हुआ था कि इसी बीच बीजेपी राज्य सभा सांसद सुशील मोदी (BJP MP Sushil Modi) के एक बयान से सियासत फिर गर्माती नजर आ रही है.
पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने बिहार की प्रमुख विपक्षी पार्टी आरजेडी के नेताओं- तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव को निशाना बनाते हुए बयान दिया है कि आरजेडी में दोनों राजकुमारों की वजह से कभी भी भूकंप आ सकता है. राज्य सभा सांसद सुशील मोदी का यह बायान राजद में विधायकों की टूट को लेकर दिया गया है. इसी बयान के आधार पर अब जेडीयू और राजद के नेताओं ने एक-दूसरे पर निशाना साधा है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने मंगलवार को अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया, "बिहार में मुख्य विपक्षी दल आरजेडी अपने राजकुमारों से इस कदर परेशान है कि वह अपने संवैधानिक दायित्वों का निर्वाह नहीं कर पा रहा है. दोनों राजकुमार एक तरफ एनडीए सरकार पर अनर्गल आरोप लगाते हैं, तो दूसरी तरफ एक-दूसरे की लकीर छोटी करने में अजीबोगरीब बयानबाजी करते हैं."
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने आगे लिखा, "हाल में तीर्थयात्रा से लौटे बड़े राजकुमार कभी प्रधानमंत्री की दाढ़ी पर टिप्पणी करते हैं, तो कभी अपनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को अपमानित करते हैं. वे पहले भी एक पूर्व प्रदेशाध्यक्ष को अपमानित कर चुके हैं."
सत्तारूढ़ जनता दाल यूनाइटेड के प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा, 'ये पार्टी ही असंवैधानिक है. इस पार्टी का गठन कब हुआ था, लालू प्रसाद यादव जब जेल जा रहे थे और राबड़ी देवी मुख्यमंत्री बनी..., और भूकम्प तो आना है क्योंकि परिवार के लोगों का एक दूसरे से बन नहीं रहा है.' आरजेडी की तरफ से इस पर करारा जवाब दिया गया है.
वहीं राजद की तरफ से भाई वीरेंद्र ने प्रतिक्रिया दी है. आरजेडी नेता ने सुशील मोदी के बयान को लेकर कहा, 'सुशील मोदी की बात का कोई वैल्यू नहीं है. उनकी ना कोई सुनता है और ना ही पढ़ता है. असल में एनडीए में भूकंप आने वाला है, तो ये महागठबंधन की बात कर रहे हैं.'
Source : News Nation Bureau