समस्तीपुर में देर रात एक दर्दनाक हादसा हो गया. जहां वैशाली की ही तरह बेकाबू बोलेरो ने पूजा करने जा रहे पांच लोगों को कुचल दिया. जिसमें सभी बुरी तरह घायल हो गए. कइयों की स्थिति गंभीर बनी हुई है. जिन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया लेकिन यहां भी प्रशासन की लापरवाही देखने को मिली. इमरजेंसी वार्ड में डॉक्टर मौजूद ही नहीं है. जरा सोचिए फिर यहां के मरीजों का क्या हाल होता होगा। एक तरह डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ये कहते हुए नजर आरहें हैं कि बिहार के स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारा जा रहा है लेकिन दूसरी तरफ ये तस्वीर असल सच्चाई बयान कर रही है.
घटना रविवार की देर रात की बताई जा रही है. बताया जा रहा है कि 30 से 40 की संख्या में गांव व रिश्तेदार के साथ भुइंया बाबा के पूजा को लेकर ब्रह्म स्थान पूजा करने जा रहे थे. उसी दौरान समस्तीपुर की ओर से आ रही बोलेरो ने ठोकर मार दी. जिसमें 5 महिला घायल हो गई. मामले की सुचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और गाड़ी सहित चालक को गिरफ्तार कर लिया.
घायलों को इलाज के लिए समस्तीपुर सदर अस्पताल लाया गया लेकिन यहां की व्यवस्थाएं कहां सुधारने वाली है. समस्तीपुर सदर अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड में भी डॉक्टर नदारद रहते हैं. नर्स और कंपाउंडर की मदद से घायलों का प्राथमिक उपचार तो कर दिया गया लेकिन इमरजेंसी वार्ड में डॉक्टर मौजूद ही नहीं थे. मरीजों के परिजनों ने बताया कि अभी तक डॉक्टर नहीं आए हैं. मरीज डॉक्टर के इंतजार में बैठे रहें, ऐसे में सवाल है की इमरजेंसी वार्ड में भी डॉक्टर नहीं है तो कैसे बिहार के स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारा जाएगा.
रिपोर्ट - मंटून रॉय
Source : News State Bihar Jharkhand