बिहार की धरती पर ना जाने कितने आंदोलन हुए, कितने अभ्यर्थी, छात्र, शिक्षकों ने अपने हक की आवाज आंदोलन के जरिए उठाई. आवाज की गूंज इस कदर राजनीति के गलियारों में गूंजी कि सत्ता में बैठे राजनेता भी इनके आंदोलन, इनके इंकलाब की आवाज से दूर नहीं रहे. बिहार आज फिर उसी आंदोलन का एक नया अध्याय लिखने जा रहा है. इस बार भी आंदोलनकारी है अभ्यर्थी. ये आवाज गर्दनीबाग से उठाई गई, जिसको राजभवन तक पहुंचाने के लिए BPSC अभ्यर्थियों ने मार्च निकाला. हालांकि पुलिस ने अभ्यर्थियों को बीच रास्ते में ही रोक लिया.
67वीं BPSC-PT के अभ्यर्थियों को आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है. आज एक बार फिर अभ्यर्थी सड़कों पर उतरे. सैकड़ों की संख्या में हाथों में बैनर लिए अभ्यर्थी पटना कॉलेज से निकले. अभ्यर्थियों को राजभवन तक जाना था. हालांकि, ये मार्च पहले से घोषित था जिसके चलते पुलिस भी पूरी तरह से मुस्तैद नजर आई. पुलिस ने जगह-जगह बैरिकेडिंग कर अभ्यर्थियों को रोक लिया. इस दौरान अभ्यर्थी काफी देर तक नारेबाजी करते रहे. अभ्यर्थियों ने BPSC के सचिव अमरेंद्र कुमार के इस्तीफे की मांग भी रखी. अभ्यर्थियों का कहना है कि हमारी मांगों को लेकर ना तो सरकार और ना ही बीपीएससी, किसी की भी ओर से कोई ठोस बात नहीं कही गई है.
जानिए क्या है इनकी मांगे
67वीं BPSC-PT के अभ्यर्थियों की मांग है कि पेपर लीक मामले की जांच CBI से कराई जाए. जिन अधिकारियों और कर्मचारियों को BPSC ऑफिस में 3 साल से ज्यादा हो गए हैं उन्हें हटाया जाए. BPSC मेंस की डेट को आगे बढ़ाया जाए. गलत उत्तर को सुधार कर रिजल्ट दिया जाए. इसके अलावा भी BPSC अभ्यर्थियों की कई मांगे हैं. जिन्हें लेकर वे लगातार आंदोलन कर रहे हैं.
HIGHLIGHTS
.पैदल मार्च पर निकले बीपीएससी अभ्यर्थीयों को पुलिस ने रोका
.जेपी गोलंबर के पास पुलिस ने किया बैरेकेटिंग
.बीपीएससी की 67वीं पीटी परीक्षा में धांधली के खिलाफ पैदल मार्च
Source : News State Bihar Jharkhand