शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक कुछ दिनों से सुर्खियों में बने हुए हैं. लगातार नए नए फरमान जारी कर रहे हैं. जिससे हलचल मची हुई है. वहीं, अब शिक्षा विभाग के द्वारा BPSC के सचिव को पत्र लिखा है. जिसमें ये कहा गया है कि कर्मचारियों की डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में टीचरों की ड्यूटी लगाना गलत है. ये नियम के बिल्कुल उल्टा है. इसलिए ऐसे सभी शिक्षकों को जल्द ही उनके काम से मुक्त किया जाये. आपको बता दें कि इससे पहले के के पाठक ने कहा था कि शिक्षक शैक्षणिक कार्य के अलावा कोई कार्य नहीं करेंगे.
शिक्षा निदेशक ने जारी किया पत्र
दरअसल, शिक्षा विभाग के माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद ने बीएससी के सचिव को पत्र लिखा है. जारी किये गए पत्र में कहा गया है कि सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा की गई थी. जिसमें ये बात सामने आई है कि सभी जिलों में शिविर का आयोजन किया गया है और सभी आवेदकों का डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन किया जा रहा है. जिसके लिए शिक्षा विभाग के अधिकारी, कर्मी और जिलों के शिक्षक को भी इस काम के लिए लगाया गया है. जिसको लेकर शिक्षा विभाग का कहना है कि हम ये स्वीकार नहीं करेंगे. ये गलत हो रहा है और ये बिल्कुल भी शिक्षा हित में नहीं है.
कार्रवाई की कही गई बात
वहीं, उन्होंने पत्र में कहा है कि डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में लगाए गए शिक्षकों को जल्द उनके काम से मुक्त कर दिया जाये. जिसके बाद इस मामले में कार्रवाई भी की जाये. आपको बात दें कि राज्य में शिक्षकों के 1.70 लाख पदों पर बहाली के लिए डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन का काम चल रहा है. जिसके लिए राज्य में कई शिक्षकों को ड्यूटी पर लगा दिया गया है.
HIGHLIGHTS
- डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में टीचरों की ड्यूटी लगाना है गलत
- शिक्षा विभाग ने BPSC के सचिव को लिखा पत्र
- इन शिक्षकों को कार्य से जल्द किया जाए मुक्त - शिक्षा विभाग
Source : News State Bihar Jharkhand