राज्य भर में आठ मई को हुई 67वीं बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की परीक्षा सेट-सी के कथित प्रश्नपत्र लीक होने के कारण रद्द करनी पड़ी थी. कथित तौर पर प्रश्नपत्र लीक होने के कारणों और उसमें शामिल लोगों की जांच के लिए बिहार सरकार ने 3 सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है. लेकिन समिति को अपनी जांच रिपोर्ट सौंपने के लिए 24 घंटे का समय दिया गया है. इतने केम समय में जांच को पूरा करने और रिपोर्ट सौंपने के आदेश पर राजनीतिक दलों ने सवाल उठाया है.
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने कहा कि, "यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बीपीएससी परीक्षा में बैठने के लिए लाखों लोग साल भर में तैयारी करते हैं... लोगों का मानना है कि वे ईमानदार और निष्पक्ष होंगे लेकिन ऐसी घटनाएं होती हैं. यह लाखों लोगों के दिलों को झकझोर देता है. बीपीएससी अध्यक्ष सुनिश्चित करें कि ऐसा दोबारा न हो."
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बिहार में होने वाली परीक्षाओं की शुचिता को लेकर पहली बार सवाल नहीं उठे हैं और न ही पहली बार प्रश्न पत्र लीक हुआ है. लेकिन बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सेट-सी परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक होने के बाद प्रदेश भर में छात्र हंगामा कर रहे हैं.