1 फरवरी को पेश होने वाले बजट पर पूरे देश की निगाहें हैं. वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण से आम से लेकर खास तक सबों को इस बजट से कुछ ना कुछ अपेक्षाएं हैं. सबसे ज्यादा अपेक्षा देश के किसान रखे हुए हैं. बिहार के किसानों को सरकार से अपेक्षा है कि उनकी हालत जो दिनोंदिन बदतर हो रही है, उसको देखते हुए सरकार कुछ ठोस निर्णय लें ताकि किसानों की समस्या कम हो सके. केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने की बात कही है. खुद प्रधानमंत्री भी बोल चुके हैं कि उनकी सरकार की प्राथमिकता है कि किसानों की आय दुगनी हो ताकि वह भी ठीक से अपने परिवार का भरण पोषण कर सकेंगे. किसानों को लेकर सरकार के तरफ से कई योजनाएं चलाई जा रही है.
किसान निधि सम्मान
जिसमें केंद्र सरकार के द्वारा प्रतिवर्ष किसानों को साल में ₹6000 किसान निधि सम्मान दिया जा रहा है. इसके अलावा खाद, बीज हो या पटवन की सुविधा के लिए बिजली हो या डीजल की बात हो सरकार कुछ ना कुछ अनुदान दे रही है ताकि किसानों को कुछ लाभ मिल सके. पटना के संपतचक के शिवचक गांव में हमने किसानों के साथ चौपाल लगाकर बातचीत की. इन किसानों में अपना दुख साझा करते हुए कहा कि इस सरकार की किसी भी योजना का लाभ इन लोगों को अब तक नहीं मिल रहा है.
बजट से किसानों को उम्मीद
इन किसानों का कहना है कि यह लोग छोटे किसान हैं, पट्टे पर यह लोग जमीन लेकर खेती करते हैं. यही कारण है कि किसी भी सरकारी योजना का लाभ इन लोगों को नहीं मिल पा रहा है. सरकार के हर योजना के लाभ लेने के लिए जमीन की रसीद की उपलब्धता मांगी जाती है, जो इन लोगों के पास नहीं रहती है. किसानों ने बताया एक तो समय पर इनको खाद, बीज या कीटनाशक दवा नहीं मिलती है. खाद की किल्लत के कारण इन लोगों को अधिक मूल्य पर ब्लैक मार्केट से घर खरीदना पड़ रहा है.
HIGHLIGHTS
- बजट से किसानों को बड़ी उम्मीद
- 1 फरवरी, 2023 को पेश होगी बजट
- वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण करेंगी बजट पेश
Source : News State Bihar Jharkhand