साल 2020-21 के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार द्वारा पेश किए गए आम बजट को बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल की नेता राबड़ी देवी (Rabri Devi) ने दिशाहीन बताया है. उन्होंने केंद्रीय बजट (Budget) को गरीब और नौजवान विरोधी करार दिया है. राबड़ी देवी ने ट्वीट कर कहा कि इससे पूंजीपतियों के अतिरिक्त किसी का कल्याण होने वाला नहीं है. बेरोजगारी दूर करने की दिशा में कोई नई पहल करने की बात नहीं कही गई है, उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था की बेहतरी के कोई उपाय नहीं.
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लालू प्रसाद यादव की पत्नी राबड़ी देवी ने अपने ट्वीट में आगे लिखा, 'किसानों की आय दोगुनी छू मंतर से 2022 में अचानक नहीं हो जाएगी. जो सरकार किसानों को 6 साल से फसल का उचित मूल्य देने के लिए एक तिनका हिला नहीं पाई, वह देश के किसानों को यह सपना दिखा अनुचित मजाक करना बन्द करे.'
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने भी बजट को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला. तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा, 'यह बजट धन उपार्जन के उपायों को लेकर बिल्कुल दिशाहीन है. इस दिशाहीन बजट में युवाओं को नौकरी देने का कोई जिक्र नहीं. अर्थव्यवस्था में और मंदी आएगी. यह सरकार रेलवे, एलआईसी, बीएसएनएल की तरह दूसरे पीएसयू को अपने प्रिय पूंजीपतियों को औने-पौने दाम पर बेचकर भाजपा के लिए चुनावों का खर्च निकालना चाहती है.
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राजद नेता ने आगे कहा कि इस बजट से असमानता बढ़ेगी. इससे किसान और आम आदमी नाखुश हैं. उन्होंने कहा कि बजट में बिहार के लिए विशेष पैकेज की कोई चर्चा नहीं है और ना ही किसी नई परियोजना का उल्लेख है. यह बजट मोदी सरकार के बिहार के प्रति भेदभाव पूर्ण रवैये को प्रतिबिंबित करता है.