बिहार में नए साल के पहले हफ्ते से ही जातिय गणना शुरू हो रही है. 7 जनवरी से जातिय गणना शुरू हो रही है. 21 जनवरी तक आवासीय मकानों की गिनती होगी. वहीं, इस मामले में आज मुख्य सचिव सभी जिलों के डीएम के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा करेंगे. बताया जा रहा है कि इसके बाद 7 जनवरी को पटना में जातिय गणना की शुरूआत की जायेगी. पटना में सबसे पहले नूतन राजधानी अंचल से इसकी शुरुआत होगी. इस गणना में सरकारी आवासीय भवनों में रहने वाले माननीयों के अलावा अधिकारियों के मकानों की गिनती की जाएगी. पहले चरण में प्रत्येक मकान पर नंबर डाला जायेगा. गणना के लिए जाने वाले कर्मी फॉर्म में मकान का नंबर दर्ज करने के साथ घर के मालिक यानि के मुखिया का नाम लिखेंगे, इसके अलावा घर में रहने वाले परिवार के सदस्यों की संख्या व उनका नाम भी दर्ज किया जाएगा.
आपको बता दें कि, पटना जिले में गणना में शामिल ज्यादातर कर्मियों को ट्रेनिंग दी गई है. जिन्हें ट्रेनिंग नहीं दी गई बचे हुए कर्मियों को पांच जनवरी तक ट्रेनिंग देने का काम पूरा किया जाएगा. पटना जिले में जातिय गणना के लिए 12696 प्रगणक खंड बनाये गये हैं. जिससे देखते हुए गणना के लिए 12696 कर्मियों को इस काम के लिए लगाया गया है. फील्ड में काम करनेवाले गणना 294 कर्मियों को ट्रेनिंग दी गई है. हर खंड में लगभग 150 आवासीय मकान शामिल होंगे. जिसमें लगभग 19 लाख आवासीय मकानों की गिनती की जाएगी. जिसमें शिक्षक, किसान सलाहकार, कृषि समन्वयक, मनरेगा, प्रखंड के कर्मी को शामिल किया गया है.
HIGHLIGHTS
- 7 जनवरी से जातिय गणना हो रही शुरू
- 21 जनवरी तक आवासीय मकानों की होगी गिनती
- पहले चरण में प्रत्येक मकान पर डाला जायेगा नंबर
Source : News State Bihar Jharkhand