मढ़ौरा अनुमंडल के और इसुआपुर थाना इलाके में हुई शराब पीने के कारण मौतों को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड पर है. मामले की त्वरित जांच की जा रही है और शराब कांड के आरोपियों को पुलिस द्वारा धड़ाधड़ गिरफ्तार किया जा रहा है. मामले की जांच कर रहे अपर पुलिस अधीक्षक सह अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सोनपुर के की अगुवाई में गठित SIT लगातार छापेमारी कर रही है. शराब कांड में अबतक 08 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. इन 08 आरोपियों में शराब माफिया अनिल सिंह भी गिरप्तार है. कई लोगों से पूछताछ भी जारी है.
वहीं दूसरी तरफ, शराब कांड के कारण मशरख थानाध्यक्ष और एक चौकीदार के निलंबन के बाद आज इसुआपुर के थानाध्यक्ष संजय राम, दफादर कृष्णा सिंह, व चौकीदार हरी राय को भी सस्पेंड कर दिया गया है. वहीं, मशरख के एक और चौकीदार रामनाथ मांझी को भी सस्पेंड किया गया है.
छपरा में शराब पीने से 71 लोगों की मौतों पर राजनीति जारी है. जहां महागठबंधन सरकार शराब पीकर मरनेवालों को किसी भी प्रकार का मुआवजा देने से इन्कार कर रही है और उनकी मौत के लिए उन्हें ही जिम्मेदार ठहरा रही है तो वहीं, दूसरी तरफ विपक्ष सरकार को शराब कांड के लिए दोषी मान रही है. विपक्ष, सूबे की महागठबंधन सरकार को सड़क से लेकर संसद तक घेर रही है और शराबबंदी कानून को विफल बता रही है.
मृतकों के परिजनों को डरा रहा प्रशासन: चिराग पासवान
उन्होंने कहा कि 200 से ज्यादा लोगों की मौते हुई हैं जो भी आंकड़े मृतकों के बताए जा रहे हैं सच्चाई उससे भी कहीं ज्यादा है. बिना पोस्टमार्टम कराए अंतिम संस्कार कर दिया गया. चिराग ने प्रशासन पर मृतकों के परिजनों को डराने धमकाने का भी आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन पीड़ित परिवारों पर दवाब डालते हुए बोला जा रहा है कि, मत बोलो कि शराब से मृत्यु हुई है नहीं तो जेल भेज देंगे.
HIGHLIGHTS
- इसुआपुर SHO और चौकीदार संस्पेंड
- अबतक 08 आरोपी गिरफ्तार
Source : Shailendra Kumar Shukla