जब से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सीएम की कुर्सी पर बैठे हैं तब से मुख्यमंत्री कभी भी सचिवालय का निरीक्षण करने नहीं गए थे, लेकिन लगभग 18 सालों बाद पहली बार मुख्यमंत्री सचिवालय का निरीक्षण करने पहुंचे. सीएम के आने की खबर सुन अधिकारियों के बीच खलबली मच गई. वहीं, ज्यादातर अधिकारी सचिवालय में मौजूद ही नहीं थे. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कई आदेश दिए हैं. वहीं, महिला आरक्षण बिल को लेकर भी उन्होंने बड़ी बात कह दी है. उन्होंने कहा है कि देश में सबसे ज्यादा महिलाओं को आरक्षण बिहार में ही मिला है.
अब दिन तीन सचिवालय आएंगे सीएम
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सचिवालय का निरीक्षण करने के बाद कहा कि हमने अधिकारियों को आदेश दिया है कि वह तय समय पर कार्यालय आए. इसके लिए अब हम खुद हफ्ते में 3 दिन सचिवालय आएंगे, दो दिन CM सचिवालय में बैठेंगे और एक दिन CM हाउस स्थित एक अन्य मार्ग में बैठेंगे. वहीं, नीतीश कुमार ने यह भी कहा है कि हमने कई दिनों से देखा है कि ये अधिकारी जो हैं वह तय समय पर कार्यालय नहीं आते हैं. इसी वजह से आज हम औचक निरीक्षण करने सुबह 9:30 बजे ही आ गए थे और अब तीन दिन तक कार्यालय रोज आएंगे.
ज्यादा महिलाओं को आरक्षण बिहार में ही मिला
वहीं, नीतीश कुमार ने महिला आरक्षण बिल को लेकर भी बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मैं इस बिल का समर्थन करता हूं. ये बिल सबसे पहले बिहार में लाया गया था. बिहार में 35 प्रतिशत आरक्षण हमने महिलाओं को दिया है और अगर देश की बात करें तो सबसे ज्यादा आरक्षण बिहार में ही महिलाओं को दिया गया है. उन्होंने ये कहा कि सबसे बड़ा सवाल तो ये है कि केंद्र सरकार इसे लागू करेगी भी या नहीं अभी ये पता नहीं है.
परिसीमन का कार्य जल्द होना चाहिए
जातीय गणना को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने एक बार फिर सवाल खड़ा किया है. उन्होंने कहा है कि जातीय गणना पूरे देश में होनी चाहिए. वहीं, दूसरी तरफ उन्होंने ने राबड़ी देवी का समर्थन किया है और कहा है कि SC/ST और OBC को अलग से आरक्षण दिया जाना चाहिए. इस बिल के अंदर आरक्षण का प्रावधान होना चाहिए. वहीं, उन्होंने परिसीमन का कार्य जल्द कराने की मांग की है.
HIGHLIGHTS
- पहली बार मुख्यमंत्री सचिवालय का निरीक्षण करने पहुंचे
- अधिकारियों के बीच मच गई खलबली
- ज्यादातर अधिकारी सचिवालय में नहीं थे मौजूद
Source : News State Bihar Jharkhand