पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने सीएम नीतीश कुमार को लेकर एक बड़ा बयान दिया था. ये खुलासा करते हुए बताया था कि नीतीश कुमार उपराष्ट्रपति बनना चाहते थे. लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. वहीं, अब सीएम नीतीश कुमार ने उनको जवाब दिया है. साथ ही ये साफ़ कर दिया है कि ऐसी कोई बात थी ही नहीं. महागठबंधन की सरकार बनने के बाद पहली बार शहीद दिवस के मौके पर सीएम नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव साथ - साथ नज़र आए. शहीद स्मारक पर पहुंचे कर यहां शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान उन्होंने सुशील कुमार मोदी पर पलटवार किया.
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि सुशील मोदी बीजेपी में एडजस्टमेंट के लिए बयानबाजी कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने सुशील मोदी की तरफ से नीतीश कुमार के द्वारा उपराष्ट्रपति का पद मांगे जाने की बात खारिज की. उन्होंने कहा कि सुशील मोदी ने उपराष्ट्रपति पद को लेकर जो भी बात कही थी. वह सरासर गलत बात थी. राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनाव में जेडीयू ने उनको पूरा समर्थन दिया. राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का चुनाव खत्म होने के बाद ही हमलोगों ने पार्टी की बैठक की. सुशील मोदी को तो केंद्र में कोई जगह मिली नहीं लेकिन अगर मेरे खिलाफ बोलने से उन्हें केंद्र की सरकार में जगह मिल जाए तो अच्छा है.
बता दें कि, सुशील मोदी ने कहा था कि नीतीश कुमार देश के उपराष्ट्रपति बनना चाहते थे. नीतीश कुमार खुद तो कुछ नहीं कहते थे लेकिन अपने करीबी लोगों के जरिए बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व तक इस बात को पहुचाते थे. उन्होंने कहा था कि इसको लेकर जेडीयू के बड़े नेताओं ने बीजेपी के मंत्रियों से कई बार बात की थी लेकिन जब बीजेपी के पास खुद बहुमत था तो किसी और को कैसे उपराष्ट्रपति बनाया जा सकता था.
Source : News Nation Bureau