Advertisment

जातीय गणना पर चिराग पासवान ने दिया ऐसा बयान, JDU-RJD के मिले सुर से सुर

लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने जातीय गणना को लेकर बड़ा बयान दिया है. जिस पर आरजेडी और जेडीयू ने आपत्ति जताई है.

author-image
Vineeta Kumari
New Update
chirag paswan on caste census
Advertisment

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी शुरू हो चुकी है. इसे लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी रणनीतियों पर काम करना शुरू कर दिया है. इस चुनाव में मुख्य मुद्दे रोजगार, शिक्षा और कानून व्यवस्था को बनाया जा रहा है. इस बीच राजनीतिक पार्टियों के बीच अभी से आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है. वहीं, एनडीए में भी सबकुछ ठीक नजर नहीं आ रहा है. इस बीच लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने जातीय गणना को लेकर बड़ा बयान दिया है.

'जातीय गणना का आंकड़ा ना हो सार्वजनिक'

चिराग ने एक न्यूज चैनल को इंटरव्यू देते हुए कहा कि वह जातीय गणना के पक्षधर हैं, लेकिन इसकी जानकारी सरकार के पास होनी चाहिए. इसे सार्वजनिक नहीं करना चाहिए. बिहार में भी सभी पार्टियों की सहमति से जातीय गणना कराई गई थी. मैं पूरी तरह से जातीय गणना के पक्ष में हूं. जिस पर जेडीयू ने आपत्ति जताई है.

चिराग के बयान पर जेडीयू ने जताई आपत्ति

चिराग पासवान ने कहा कि जातीय गणना के आंकड़े सरकार को सार्वजनिक नहीं करना चाहिए. चिराग के इस बयान से जेडीयू पार्टी सहमत नहीं दिख रही है क्योंकि जेडीयू पार्टी ने देश में जातीय गणना कराने की मांग कर रही है. जेडीयू मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि देश में जो भी लोग शोषित वंचित हैं, उनके लिए जातीय गणना काफी जरूरी है.

यह भी पढ़ें- बिहार में जारी रहेगा बाढ़ का तांडव, 12 जिलों का हाल-बेहाल, 16 लाख लोग हुए बेघर

विकास कार्यक्रम के लिए आंकड़े जरूरी

जातीय गणना कराने के बाद इनके आंकड़ों को सार्वजनिक करना चाहिए ताकि लोगों को पता चल सके कि शोषित वंचित लोग की आबादी कितनी है. जब इसकी जानकारी सामने आ जाए तो फिर उनकी आबादी कितनी है, इसके बाद उनके उत्थान के लिए विकास कार्यक्रम बनाया जाए. 

आरजेडी ने चिराग पर उठाए सवाल

वहीं, एनडीए के सहयोगी दलों के बीच मतभेदों पर आरजेडी ने प्रतिक्रिया दी है. आरजेडी नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि चिराग कुतर्क दे रहे हैं. जब तक जातीय गणना जारी नहीं होगा, तब तक विकास कार्यक्रम कैसे बनेगा. आंकड़ों को जारी करने के बाद ही पता चलेगा कि कौन आखिरी लाइन में है. चिराग को तो केंद्र सरकार पर दबाव बनाना चाहिए और जातीय गणना की मांग करनी चाहिए. महागठबंधन की सरकार में तेजस्वी ने जातीय गणना करवाई थी. बता दें कि बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाला है. प्रदेश में कुल 243 विधानसभा सीटें हैं.

Bihar Politics Bihar News Bihar caste census Caste Census chirag paswan on caste census
Advertisment
Advertisment
Advertisment