2024 लोकसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा की जा चुकी है. इस बीच बिहार पर पूरे देश की नजर है. दरअसल, एनडीए की सरकार को बनाने में नीतीश कुमारी की पार्टी जेडीयू और चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी अहम रोल निभा रही है. वहीं, बिहार हमेशा से देश की राजनीति की दशा और दिशा तय करती हुई आई है. प्रदेश में चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है. चिराग पासवान को 5 सीटें दी गई थी, जिसमें हाजीपुर, जमुई, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर और खगड़िया शामिल थी. इन पांचों लोकसभा सीट पर चिराग की जीत हुई है. इस शानदार प्रदर्शन के बाद से लोजपा (रामविलास) की हर तरफ चर्चा हो रही है. इन सबके बीच यह खबरें भी सामने आई कि चिराग ने मोदी कैबिनेट में 2-3 मंत्रालय की मांग कर दी है.
चिराग पासवान ने मंत्रालय की मांग पर दी सफाई
तमाम अटकलों के बीच खुद चिराग पासवान ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है और कहा कि मैं ऐसी बातों का खंडन करता हूं और हमारी तरफ से कोई मांग नहीं की गई है और कोई मांग हो भी नहीं सकती क्योंकि हमारा लक्ष्य प्रधानमंत्री को फिर से पीएम बनाना था. यह विशेषाधिकार पीएम के पास ही है कि वे अपने मंत्रिमंडल में किसको जगह देते हैं और किसको नहीं. आगे बोलते हुए चिराग पासवान ने कहा कि नरेंद्र मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनने वाले हैं. बुधवार को दिल्ली में एनडीए नेताओं के साथ बैठक हुई. पीएम मोदी की वजह से ही एनडीए को बहुमत मिली है और एनडीए के सभी घटक दलों ने पीएम मोदी के नेतृत्व को स्वीकारा है.
NOTA को मिले निर्दलीय से ज्यादा वोट
आपको बता दें कि बिहार में कुल 40 लोकसभा सीटें हैं, जिसमें बीजेपी को 12, जेडीयू को 12, आरजेडी को 4, कांग्रेस को 3 और अन्य को 9 सीटें मिली है. वहीं, इस बार प्रदेश में लोगों ने नोटा को पिछले कुछ सालों के मुकाबले ज्यादा वोट दिए हैं.19 अप्रैल से लेकर 1 जून तक चले इन 46 दिनों के मतदान में सभी पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी, लेकिन इसके बाद भी 2024 में लोगों ने 2019 लोकसभा चुनाव के मुकाबले नोटा को ज्यादा पसंद किया. जहां 2019 के चुनाव में नोटा को 2 फीसदी वोट मिले थे, तो वहीं 2024 लोकसभा चुनाव में नोटा को 2.08 फीसदी मतदान पड़े.
HIGHLIGHTS
- चिराग पासवान ने मंत्रालय की मांग पर दी सफाई
- कहा- नहीं है हमारी कोई मांग
- NOTA को मिले निर्दलीय से ज्यादा वोट
Source :News State Bihar Jharkhand