बिहार के मुंगेर में हुए विवाद में पुलिस द्वारा लगाए जा रहे आरोप कि भीड़ द्वारा पुलिस पर फायरिंग पहले की गई गलत साबित हुआ है. घटनास्थल पर तैनात सीआईएसएफ की टीम ने अपने आलाधिकारियों को जो रिपोर्ट सौंपी है उस रिपोर्ट में स्पष्ट कहा गया है कि फायरिंग की शुरुआत मुंगेर पुलिस ने की थी. बाद में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के जवानों ने भी फायरिंग की. दरअसल, मुंगेर पुलिस ने ये आरोप लगाया था कि दुर्गा प्रतिमा विर्सजन जुलूस के दौरान उपद्रवियों ने फायरिंग की थी और उनकी फायरिंग से ही एक युवक की मौत हो गयी थी.
सीआईएसएफ की आंतरिक रिपोर्ट ने बिहार पुलिस के दावों को गलत साबित कर दिया है. मुंगेर की इस हिंसक झड़प के बाद सीआईएसएफ के डीआईजी ने अपने मुख्यालय को रिपोर्ट भेजी है. दरअसल चुनाव के मद्देनजर मुंगेर में सीआईएसएफ की टीम को तैनात किया गया था. मुंगेर की एसपी ने दुर्गा प्रतिमा विर्सजन जुलूस के दौरान इस टीम को सुरक्षा कार्यों में तैनात किया था. इसके मद्देनजर ही सीआईएसएफ के डीआईजी ने अपनी रिपोर्ट मुख्यालय को भेजी है.
Source : News Nation Bureau