बिहार में शराबबंदी कानून लागू होने के बाद भी धड़ल्ले से इसे बनाने और बेचने का काम होता है और जब पुलिस कार्रवाई करने जाती है तो उनके ऊपर ही हमला कर दिया जाता है. ताजा मामला जमुई से है जहां छापेमारी करने गई उत्पाद पुलिस की टीम ने पहले तो ग्रामीणों के साथ मारपीट शुरू कर दी. जिसमें 12 से भी अधिक लोग घायल हो गए हैं. वहीं, भागने के दौरान एक ग्रामीण को पुलिस की वाहन ने टक्कर मार दी. जिससे वो गंभीर रूप से घायल हो गया. अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. वहीं, आक्रोशित ग्रामीणों ने इसके बाद पुलिस टीम पर हमला बोल दिया.
छापेमारी करने गई थी पुलिस टीम
मामला खैरा थाना क्षेत्र के हडियाडीह गांव की है. जहां शराब के विरुद्ध छापेमारी करने गई पुलिस टीम ने पहले तो ग्रामीणों के साथ मारपीट की. जिसमें 12 से भी अधिक लोग घायल हो गए हैं. मारपीट से ग्रामीण आक्रोशित हो गए और उत्पाद पुलिस की टीम पर घेरकर हमला कर दिया. जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए. वहीं, इसके बाद आक्रोशित पुलिसकर्मियों ने घर में घुसकर स्थानीय लोगों के साथ मारपीट शुरू कर दी और पुलिस से बचकर भागने के क्रम में एक 70 वर्षीय वृद्ध चंद्रिका दास को पुलिस की वाहन ने टक्कर मार दी. जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. घायल को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया था जहां उसकी मौत हो गई.
पुलिसकर्मियों ने स्थानीय लोगों के साथ की मारपीट
घायल ग्रामीणों ने बताया कि उत्पाद पुलिस की टीम उसके गांव पहुंच गई और जबरन उसके घर में घुस आई. उस पर शराब बेचने और बनाने का आरोप लगाकर मारपीट करना शुरू कर दिया. जब उसकी पत्नी उसे बचाने आई तो उसके साथ भी मारपीट की गई. जिसमें वो बुरी तरह घायल हो गई. घटना के बाद स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए और पुलिस टीम पर हमला कर दिया. मृतक के परिजनों ने वरीय पदाधिकारी से पूरे मामले की जांच कर आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है.
HIGHLIGHTS
- उत्पाद पुलिस की टीम ने ग्रामीणों के साथ शुरू कर दी मारपीट
- मारपीट में 12 से भी अधिक लोग हो गए घायल
- भागने के क्रम में एक ग्रामीण की हुई मौत
Source : News State Bihar Jharkhand