कृषि समागम में किसान के अंग्रेजी बोलने पर भड़के Nitish Kumar, कहा-ई बिहार है...
बिहार के कृषि रोड मैप-4 को एक अप्रैल से लागू किया जाना है. आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य के किसानों के साथ संवाद किया और कृषि रोडमैप पर किसानों से राय जानी.
बिहार के कृषि रोड मैप-4 को एक अप्रैल से लागू किया जाना है. आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य के किसानों के साथ संवाद किया और कृषि रोडमैप पर किसानों से राय जानी. 2008 में नीतीश कुमार ने बिहार में किसानों की बेहतरी के लिए कृषि रोड मैप की शुरुआत की थी. 2023 से 2028 तक के लिए चौथी बार कृषि रोड मैप तैयार किया जा रहा है. आज मुख्यमंत्री ने किसान समागम के अवसर पर सैकड़ों किसान से बातचीत की और पूरे बिहार के किसानों से चौथे कृषि रोड मैप के लिए सुझाव मांगे. कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने कहा कि बिहार में किसानों को जितनी बीज उपलब्ध कराया जा रहा है उतना देश के किसी अन्य राज्य में उपलब्ध नहीं हो रहा है. कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार चाहती है कि गरीब किसानों का फायदा हो.
किसानों की हित के लिए लगातार काम किसान समागम के मौके पर बोलते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा उनकी सरकार की पहली प्राथमिकता किसानों की खुशहाली है. इसी कारण उनकी सरकार ने 2008 में कृषि रोड मैप की शुरुआत की थी. एक बार फिर से 5 साल के लिए चौथी बार कृषि रोडमैप को बढ़ाया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा बिहार में किसानों की आर्थिक स्थिति और बेहतर हो इसको लेकर सरकार लगातार काम कर रही है. नीतीश कुमार ने किसान निधि सम्मान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वो सिर्फ जमीन मालिकों को 6000 नहीं देते बल्कि बिहार सरकार विपदा की घड़ी में सभी लोगों की मदद करती है. नीतीश कुमार ने कहा कि जब तक वो है तब तक किसानों की हित के लिए लगातार काम करते रहे हैं और काम करते रहेंगे.
किसानों की बेहतरी के लिए चौथा कृषि रोड मैप वहीं, कृषि समागम में बोलते हुए उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि किसान अन्नदाता के साथ-साथ जीवनदाता भी होते हैं. यही कारण है कि बिहार सरकार किसानों की बेहतरी के लिए चौथा कृषि रोड मैप में बनवा रही है. ताकि बिहार के किसान आर्थिक रूप से और मजबूत हो सके. तेजस्वी यादव ने कहा कि उनकी सरकार की इच्छा है कि बिहार में किसानों की फसल पूरे देश में भेजा जाए. ताकि किसानों की आर्थिक स्थिति अच्छी हो सके. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने एक बार फिर से बिहार को विशेष राज्य के दर्जे की मांग की. तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार पर बिहार के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया.
अंग्रेजी पर भड़के सीएम बिहार के चौथे कृषि रोड मैप को अंतिम रूप में देने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज किसानों के साथ संवाद किया. इस दौरान वे एक किसान के अंग्रेजी बोलने पर भड़क गए. दरअसल, अफसर हिंदी-अंग्रेजी के शब्दों को मिलाकर बोल रहा था. इस पर मुख्यमंत्री ने गुस्सा होते हुए तत्काल कहा कि ई बिहार है..लोकल भाषा में बोलिए... हिंदी का इस्तेमाल कीजिए... किसानों के बीच अंग्रेजी शब्द बोलने से क्या फायदा... इसके बाद किसान ने सीएम से माफी मांगी.