मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकता को लेकर देश के कई बड़े नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं और इसी कड़ी में बताया जा रहा है कि सीएम ओडिशा दौरा कर सकते हैं. जहां वो ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मुलाकात करेंगे. वहीं, ये भी कहा जा रहा है कि ओडिशा के बाद वो मुंबई भी जा सकते हैं. जहां उद्धव ठाकरे और शरद पवार से जल्द ही मुलाकात कर सकते हैं. जिसको लेकर अब सियासत तेज हो गई है. एक तरफ जहां सत्ता पार्टी का कहना है कि इससे विपक्ष और भी मजबूत होगा तो दूसरी तरफ विपक्ष का कहना है कि इससे कोई भी फर्क नहीं पड़ने वाला है.
JDU ने क्या कहा
JDU प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कई नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं और इसी कड़ी में ओडिशा दौरा हो या अन्य बड़े नेताओं से मुलाकात की बात हो तो इससे विपक्ष मजबूत होगा. भारतीय जनता पार्टी और एनडीए गठबंधन को रोकने के लिए लगातार मुख्यमंत्री लगे हुए हैं. देश के कई बड़े नेताओं से मिल चुके हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग क्षेत्रीय दलों के वजूद को खत्म कर देने की बात करते हैं. ये एक चुनौती है, बीजेपी के लोग बेचैन क्यों हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का व्यक्तित्व इतना भारी है कि भारतीय जनता पार्टी के पेट में दर्द होता है.
कई नेताओं ने जताई है सहमति
कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राहुल गांधी से मुलाकात हुई थी और उसके बाद मुख्यमंत्री कई बड़े नेताओं से मिले थे. ऐसे में हम सभी लोग विपक्ष को एक एकजुट कर भारतीय जनता पार्टी को रोकने का प्रयास कर रहे हैं. बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल सहित कई नेताओं ने सहमति जताई है. अब नीतीश कुमार ओडिशा जा रहे हैं इसका परिणाम भी सकारात्मक ही होगा. वहीं, बीजेपी के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि कर्नाटक में अकेले लड़ने में कांग्रेस सक्षम है. इसीलिए भारतीय जनता पार्टी से अकेले लड़ाई लड़ रही है. दो तिहाई बहुमत से कर्नाटक में कांग्रेस जीत हासिल करेगी. कांग्रेस और विपक्ष एक साथ मिलकर भारतीय जनता पार्टी को देश में भी रोकने का प्रयास करेगी.
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CBI से बचने के लिए हो रहे हैं एक - BJP
दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के विधायक हरि भूषण ठाकुर ने कहा कि विपक्ष मरा हुआ घोड़ा है और यह कभी एक नहीं होगा. उन्होंने साफ साफ शब्दों में कर्नाटक का जिक्र किया और कहा कि कर्नाटक में विपक्ष को क्यों नहीं एकजुट कर पाए, विपक्ष क्यों अलग अलग है. बीजू पटनायक का बिहार में क्या असर हुआ. बंगाल जाने से इसका क्या असर हुआ है. उन्होंने कहा कि विपक्षी एकता कुछ नहीं है और अगर हो भी गया तो सीट बटवारे पर बात नहीं बनेगी. केवल भ्रष्टाचारियों का जमावड़ा है. सीबीआई, ईडी से बचने के लिए यह सभी लोग एक हो रहे हैं.
HIGHLIGHTS
- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कर सकते हैं ओडिशा का दौरा
- ओडिशा के बाद वो मुंबई भी जा सकते हैं मुख्यमंत्री
- ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मुलकात करेंगे सीएम
- बीजेपी के लोग क्यों हो जाते हैं बेचैन - JDU
- CBI और ED से बचने के लिए हो रहे हैं एक
Source : News State Bihar Jharkhand