छपरा जहरीली शराब मामले में अब कार्रवाई होती दिख रही है. मशरख थानाध्यक्ष और चौकीदार को निलंबित कर दिया गया है. संदिग्ध हालात में मरने वालो की संख्या लगभग 35 से ज्यादा बताई जा रही है. लगातार मरने वालों की संख्या बढ़ते जा रही है. सभी के मौत का कारण जहरीली शराब बताया जा रहा है. वहीं, अब इस मामले में सीएम नीतीश कुमार का बयान सामने आया है. उन्होंने सीधे तौर पर कहा कि जो शराब पिएगा वो मरेगा ही. शराब बुरी चीज है. हमने पहले ही कहा था. विपक्ष पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि जब ये कानून बना था तो ये सब साथ में थे. सबने मिलकर ये फैसला लिया था और अब तरह तरह के बयान दे रहें हैं.
नीतीश कुमार ने कहा कि जब शराब बंदी नहीं थी तब भी लोग जहरीली शराब से मरते थे. अन्य राज्यों में भी बड़ी संख्या में लोग मरते हैं. लोगों को सचेत रहना चाहिए. क्योंकि यहां शराब बंदी है तो कुछ गड़बड़ तो बेचेगा ही, जिससे लोगों की मौत हो जाती है. लोगों को याद रखना चाहिए कि शराब नहीं पीनी है. शराब बुरी चीज है, लेकिन फिर भी लोग पी लेते हैं. उन्होंने कहा कि जो शराब पिएगा वो तो मरेगा ही. ये उदाहरण है कि पियोगे तो मरोगे. लोगों को समझाने की जरूरत है. इसलिए तो हमने इतना बड़ा अभियान चलाया था, लेकिन फिर भी मैंने अपने अधिकरियों को पहले ही कह दिया है कि गरीब लोगों को मत पकड़ो बल्कि उसे पकड़ो जो शराब बना रहा है बेच रहा है. हमने शराब बंदी बिहार के महिलाओं के कहने पर की थी. वहीं, विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि आपलोगों ने भी शरबबंदी का नारा लगाया था. सारे दल के लोगों ने मिलकर ये फैसला लिया था तो अब क्या हो गया.
आपको बता दें कि, घटना के बाद पूरे जिले में मद्यनिषेध विशेष समकालीन महाअभियान चलाकर अब तक 86 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया तथा 12.54 लीटर अग्रेजी शराब एवं 1671 लीटर देसी शराब, 150 लीटर स्प्रीट को बरामद किया गया है. वहीं, 2206 लीटर महुआ चुलाई / कच्चा पास को विनष्ट भी किया गया. इस घटना के उद्भेदन एवं वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए सोनपुर डीएसपी अंजनी कुमार के नेतृत्व में एसआईटी टीम का गठन किया गया है. जिसके द्वारा लगातार छापामारी की जा रही है. साथ ही पूरे मढ़ौरा अनुमंडल के प्रभावित क्षेत्रों में एएलटीएफ एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सोनपुर के नेतृत्व में गठित विशेष छापामारी दल के द्वारा अभियान चला कर विशेष मद्यनिषेध छापामारी की जा रही है.
HIGHLIGHTS
- सीएम ने कहा 'पियोगे तो मरोगे ही'
- जब कानून बना था तो सब साथ थे
- सारे दल के लोगों ने मिलकर लिया था फैसला
- 86 अभियुक्त हुए गिरफ्तार
Source : News State Bihar Jharkhand