बक्सर जिले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आगमन हो चुका है. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत वह ससिमरी प्रखंड कठार में जैविक खेती का निरीक्षण करने पहुंचे, जहां किसान विनोद कुमार सिंह के द्वारा 4 एकड़ में की गई केले की खेती का निरीक्षण किया गया. उन्होंने किसान से बातचीत की. किसान ने बताया कि इसके अतिरिक्त उन्होंने तकरीबन 8 एकड़ में पपीते की खेती भी दूसरी जगह पर की है, जिससे मुख्यमंत्री बहुत प्रभावित हुए. किसान ने खेती के दौरान जंगली पशुओं से होने वाले नुकसान के बारे में भी सीएम को बताया. मुख्यमंत्री ने डीएम को तुरंत इससे मुक्ति दिलाने के निर्देश दिए. इस दौरान मुख्यमंत्री ने जैविक तरीके से उपजाए गए अनाज का भी अवलोकन किया.
जंगली सूअर को लेकर सीएम ने दिए निर्देश
किसान ने मुख्यमंत्री को बताया कि खेती के दौरान उन्हें एक बात की समस्या सबसे अधिक होती है. वह है जंगली सूअर और घोड़परास की. उन्होंने कहा कि ड्रिप इरिगेशन व अन्य कार्यों के लिए जिस प्रकार से कृषि यंत्र अनुदानित दर पर मिल जाते हैं. वहीं अगर खेतों का घेराव करने के लिएर कटीले तार भी उन्हें अनुदानित दर पर मिलते तो इससे किसानों को काफी फायदा होता. यह सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने मौके पर ही जिला पदाधिकारी अमन समीर को यह निर्देशित किया कि वह आवारा पशुओं से मुक्ति दिलाने का प्रयास करें.
बक्सर के कतरनी चावल की विशेषता से अवगत हुए मुख्यमंत्री
मंत्री के भ्रमण के दौरान फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के अधिकारियों के द्वारा उन्हें बक्सर की जैविक तरीके से जाएगा कतरनी चावल की विशेषताओं को बताया गया. किसानों के द्वारा जैविक तरीके से उत्पादित फसलों के स्टाल लगे थे, जिसका मुख्यमंत्री ने अवलोकन किया. फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी के अधिकारी ने बताया कि किसानों की फसल को बाजार उपलब्ध कराने में कंपनी बहुत मदद करती है.
HIGHLIGHTS
- बक्सर जिले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आगमन
- जैविक खेती का निरीक्षण करने पहुंचे सीएम
- जंगली सूअर को लेकर सीएम ने दिए निर्देश
Source : News State Bihar Jharkhand