विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होने के लिए बिहार के सीएम नीतीश कुमार बेंगलुरू पहुंच चुके हैं. उनके साथ जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह भी मौजूद थे. दोनों का स्वागत कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने किया. बता दें कि विपक्षी एकजुटता की मुहिम को बिहार के सीएम नीतीश कुमार द्वारा ही लगातार बढ़ाया जा रहा. पटना में विपक्षी दलों की पहली बैठक हुई थी. जेडीयू ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होने बेंगलुरु पहुंचे मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी का कर्नाटक के मुख्यमंत्री श्री सिद्धारमैया जी ने स्वागत किया.
विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होने बेंगलुरु पहुंचे मुख्यमंत्री श्री @NitishKumar जी का कर्नाटक के मुख्यमंत्री श्री @siddaramaiah जी ने स्वागत किया।#JDU #NitishKumar#MahaGathbandhan#DilonkaMahagathbandhan#oppositionmeeting #bengaluru pic.twitter.com/m7Kgs4werm
— Janata Dal (United) (@Jduonline) July 17, 2023
बेंगलुरु में विपक्षी दलों का महाजुटान
देश में अगले साल लोकसभा चुनाव होने हैं. आम चुनावों को देखते हुए सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों ही अपनी-अपनी रणनीति तैयार करने में जुटे हैं. विपक्ष की ओर से पटना के बाद अब बेंगलुरु में बैठक का आयोजन किया जा रहा है. 17 और 18 जुलाई को बेंगलुरु में विपक्षी दलों का जमावड़ा लगेगा. इस बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस करने वाली है. पटना में विपक्षी एकता की नींव रखने के बाद बेंगलुरु में उस पर इमारत खड़ी करने की कोशिश होगी. बिहार से जो दो बड़े नेता इसमें भाग लेंगे वे हैं लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार. 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी के रथ को रोकने के लिए ये बड़ी पहल है. इसमें 26 पार्टियां शामिल होने जा रही हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद की मदद से देश के कई नेताओं से जाकर मुलाकात की और बीजेपी के खिलाफ विपक्षी एकता पर फोकस किया. इसका इनाम उन्हें बेगलुरू में मिलने जा रहा है. नीतीश कुमार को विपक्ष का संयोजक बना जा सकता है.
2024 में किसका पलड़ा होगा भारी ?
18 जुलाई का दिन देश की राजनीति के लिए काफी अहम रहने वाला है. जहां एक ओर बेंगलुरु में विपक्षी नेता मिलकर मोदी को हराने का प्लान तैयार करेंगे. वहीं, दूसरी ओर बीजेपी की ओर से अपने सहयोगियों के साथ शक्ति-प्रदर्शन किया जाएगा. बीजेपी ने 18 जुलाई को नई दिल्ली में एनडीए के सभी नए और पुराने दलों के नेताओं की बैठक बुलाई है. बैठक में उन दलों को भी बुलाया गया है, जो आगामी चुनाव में बीजेपी के साथ दिखाई देंगे. इस बैठक में लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान को भी निमंत्रण भेजा गया है. चिराग के अलावा हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी को भी निमंत्रण गया है. वहीं, महागठबंधन NDA को खोखला बता रही है.
सीट शेयरिंग पर बनेगी सहमति?
वहीं, विपक्षी दलों की बैठक पर बीजेपी ने तंज कसते हुए कहा कि विपक्ष नेताओं को समझा आ चुका है कि उनकी हार तय है इसलिए वो बैठक बुला रहे हैं. बेंगलुरु में होने वाली विपक्ष की बैठक में 26 दलों को आमंत्रण भेजा गया है. ये संख्या पटना में हुई विपक्षी एकता की बैठक से ज्यादा है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल उठता है कि क्या विपक्ष लोकसभा चुनाव तक एकजुट रह सकेगा. क्या विपक्षी दलों में बिना लड़े सीट शेयरिंग पर सहमति बन सकेगी. ये सवाल है जो बेंगलुरू में होने वाले बैठक में सबसे ज्यादा चर्चा होने वाली है.
HIGHLIGHTS
- सीएम नीतीश कुमार पहुंचे बेंगलुरू
- नीतीश के साथ ललन सिंह भी मौजूद
- विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होने पहुंचे हैं दोनों
- कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने दोनों का किया स्वागत
Source : News State Bihar Jharkhand