बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को टॉस्क देते हुए पांच बिंदुओं पर पूरी तत्परता से काम करने के अधिकारियों को निर्देश दिए. कोविड-19 महामारी की रोकथाम को लेकर किए जा रहे कार्यों की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सरकार पूरी मुस्तैदी से काम कर रही है और सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने अधिकारियों को पांच टास्क देते हुए सभी पांच बिन्दुओं पर पूरी तत्परता के साथ कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.
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उन्होंने पांच बिंदुओं में श्रमिकों को रोजगार विशेषकर सभी प्रवासी श्रमिकों को स्किल के अनुसार रोजगार, सभी गरीब परिवारों को राशन कार्ड की उपलब्धता, किसानों को त्वरित राहत पहुंचाने के लिए उनकी फसल क्षति की भरपाई के लिए कृषि इनपुट अनुदान का शीघ्र वितरण करने के निर्देश दिए.
इसके अलावा पांच बिंदुओं में सामाजिक सुरक्षा पेंशन के योग्य नए लाभार्थियों को पेंशन की शीघ्र स्वीकृति एवं राशि का अंतरण तथा कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए अधिक से अधिक टेस्टिंग की व्यवस्था (कम से कम 10 हजार प्रतिदिन) और आवश्यक दवाओं एवं उपकरणों की समुचित व्यवस्था शामिल हैं.
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मुख्यमंत्री ने कहा, 'कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने की दिशा में प्रखंड क्वारंटीन सेंटर सबसे महत्वपूर्ण रणनीति है. यह कम्यूनिटी स्प्रेड रोकने में कारगर होगा. यदि प्रखंड क्वारंटीन सेंटर पर प्रवासी मजदूरों को नहीं रखा जाएगा तो गांवों में भी संक्रमण फैल जाएगा और गंभीर समस्या उत्पन्न हो सकती है.'
उन्होंने स्वीकार करते हुए कहा कि क्वारंटीन सेंटर में बाहर से आने वाले प्रवासी मजदूरों की योजनाबद्घ टेस्टिंग के कारण कोरोना पॉजिटिव के मामले ज्यादा बढ़ रहे हैं, लेकिन बाद में इसका सकारात्मक परिणाम सामने आएगा. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को जांच क्षमता प्रतिदिन कम से कम 10 हजार करने के निर्देश दिए. उन्होंने जिलों में जांच सुविधा उपलब्ध कराने की बात कही.
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