बोधगया के कालचक्र मैदान में आज बौद्ध महोत्सव 2020 का आगाज ‘बुद्धं शरणं गच्छामि, धम्मं शरणं गच्छामि, संघं शरणं गच्छामि' के उच्चारण के साथ किया गया. इस दौरान महोत्सव का उद्घाटन करने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहुंचे. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि बौद्ध महोत्सव में अनेक देशों के लोग शामिल हो रहे हैं और महाबोधि मंदिर के विकास का काम काफी तेजी से हो रहा है. 2013 में मंदिर पर हमला करने का प्रयास किया गया. इसके बाद सुरक्षा व्यवस्था भी बढ़ाई गई. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने अनेक पर्यटक स्थलों के विकास के लिए योजना स्वीकृत की हैं. इसमें बोधगया का भी चयन किया गया है.
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सीएम नीतीश कुमार ने कहा बोधगया के विकास के लिए महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र का निर्माण कराया जा रहा है. उसके समीप 100 कमरों का अतिथि गृह बनाने का निर्णय लिया गया है ताकि देश-विदेश से आने वाले लोगों को रहने की व्यवस्था सुलभ हो सके. नीतीश ने कहा कि भगवान बुद्ध की स्मृति में पटना में बुद्धा स्मृति पार्क की स्थापना की गई है. वहां म्यूजियम और विपष्यना केंद्र की स्थापना की गई है. उन्होंने कहा कि वैशाली में भगवान बुद्ध के अवशेष मिले हैं, जिन्हें पटना म्यूजियम में रखा गया है. बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय में उसे स्थापित किया जाएगा.
इस संग्रहालय का निर्माण पत्थरों से किया जा रहा है ताकि वह लंबे समय तक सुरक्षित रहें. इस मौके पर देश-विदेश से आये कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुति दी. बौद्ध महोत्सव को उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, शिक्षा मंत्री सह गया जिले के प्रभारी मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, कृषि एवं पशु मत्स्य संसाधन मंत्री प्रेम कुमार, पर्यटन मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि एवं गया के जिलाधिकारी अभिषेक कुमार ने भी संबोधित किया. इससे पूर्व मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में महाबोधि मंदिर एवं बोधगया के विकास कार्यों से संबंधित समीक्षा बैठक हुई.
Source : News State