सीएम नीतीश कुमार ने सोमवार को वर्चुअल रैली निश्चय संवाद के माध्यम से विधानसभा चुनाव प्रचार का शंखनाद किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार निश्चय संवाद के नाम से वर्चुअल रैली में बिना नाम लिए तेजस्वी यादव पर निशाना साधा. सीएम ने कहा कि बोलने वाले तो कुछ भी बोलते रहते हैं, उन्हें कुछ जानकारी ही नहीं है. बिहार में चुनावी शंखनाद करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि कोरोना मरीजों के लिए बेड, ऑक्सीजन का पर्याप्त इंतजाम है और जितनी व्यवस्था है उसका पूरा इस्तेमाल भी नहीं हो पा रहा है.
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सीएम नीतीश कुमार कहा कि आज बिहार में प्रतिदिन डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों की जांच हो रही. दस लाख की जनसंख्या पर 32,233 लोगों की जांच की गई. उन्होंने कहा कि चुनाव आने वाले हैं. हमें और मेहनत करनी होगी. नीतीश कुमार ने ये भी बताया कि कोरोना से मरने वाले लोगों के परिजनों को सरकार की तरफ से 4 लाख रुपये की मदद दी जा रही है. डॉक्टरों के उत्साहवर्जन के एक महीने का अधिक वेतन दिया जा रहा है. साथ ही लॉकडाउन में फंसे मजदूरों की पूरी मदद की गई. इसके अलावा राशनकार्ड धारकों की मदद की गई.
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नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में बाढ़ का जिक्र करते हुए कहा कि 2019 में बाढ़ के बाद सूखे की हालत से बिहार प्रभावित हुआ. इस साल कोरोना ने संकट बढ़ाई. उनहोंने कहा कि सामुदायिक रसोइ केंद्र, अनाज बांटे, कई तरीकों से लोगों के बीच राहत पहुंचाई जा रही है. सीएम ने कहा कि अभी तक 16 लाख 62,000 लोगों को 6000 रूपए प्रति व्यक्ति के हिसाब से मदद किया गया.
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सीएम ने अपने संबोधन में विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि सामूहिक नरसंहार का दौर मुझे याद है. मैं सबको कहूंगा पुराना फोटो निकालकर देखें. उन दिनों में गाड़ी से हथियार लेकर लोग सरेआम निकलते थे. अब क्राइम पर जीरो टालरेंस है. हकीकत यह है कि केंद्र सरकार द्वारा जारी 2018 के राष्ट्रीय औसत में अपराध के मामले में बिहार 23 वें नंबर पर है.
Source : News Nation Bureau