बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 'समाधान यात्रा' के दौरान 12 जनवरी को दरभंगा पहुंच रहे हैं. इस दौरान वो कई गांवों का दौरा करेंगे. साथ ही कई कार्यक्रम में शिरकत करेंगे, लेकिन सीएम के दौरों और कार्यक्रमों के बीच जिसकी चर्चाएं सबसे ज्यादा हो रही है वो है बाबा जलेश्वरनाथ मंदिर की. चर्चा की वजह है 2024 का चुनाव. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बाबा जलेश्वरनाथ मंदिर आएंगे. विधि-विधान से पूजा-अर्चना करेंगे और बाबा पर जलाभिषेक भी करेंगे, लेकिन सीएम की भक्ति साधना के बीच चर्चाओं का बाजार गर्म है कि बाबा के आशीर्वाद से सीएम 2024 में चुनाव को साधने की कोशिश करेंगे. यानी सीधे तौर पर पीएम पद की दावेदारी की तैयारी.
2 दशक पुराना नाता
अब ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर इस मंदिर का चुनाव से क्या नाता है. दरअसल होरलपट्टी गांव में स्थित जलेश्वरनाथ मंदिर से मुख्यमंत्री का नाता बेहद पुराना है. इसकी शुरूआत आज से 2 दशक पहले हुई. जब 2005 के चुनाव में सीएम नीतीश की सरकार नहीं बन पाई. चुनाव के बाद बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया था. इसके बाद सीएम नीतीश ने एक यात्रा निकाली थी. यात्रा के दौरान वो बाबा जलेश्वरनाथ मंदिर पहुंचे. सीएम ने विधि-विधान से बाबा की पूजा-अर्चना की.
प्रधानमंत्री की कुर्सी तक का सफर
सीएम के इस यात्रा के बाद दोबारा 2005 के अंत में चुनाव हुआ और एनडीए गठबंधन की जीत हुई और इसी के साथ बिहार में नीतीश कुमार सत्ता के शिखर पर पहुंचे. चूंकि बाबा के आशीर्वाद ने नीतीश कुमार के सियासी सफर को नया मोड़ दिया. ऐसे में इस बार भी सीएम के यहां आने को लेकर सियासी गलियारों हलचल तेज हो गई है. सीएम के समर्थकों की मानें तो इस बार पीएम की कुर्सी उनका लक्ष्य है और ये दावेदारी सीएम के सियासी सफर के लिए नया मोड़ होगी. लिहाजा 2005 की तरह ही इस बार भी बाबा के आशीर्वाद से नीतीश कुमार मुख्यमंत्री से प्रधानमंत्री की कुर्सी तक का सफर तय करेंगे.
मुख्यमंत्री के चहेते और बेनीपुर से जनता दल यूनाइटेड के विधायक विनय चौधरी को भी लगता है कि, प्रकृति भी शायद उनको घुमा फिराकर इसी बाबा के पास ला रही है. जहां से आशीर्वाद लेकर अब वो प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुंचेंगे.
बहरहाल अब सीएम की भक्ति साधना 2024 के चुनाव को साधने की तैयारी है या नहीं इसका तो पता नहीं, लेकिन सीएम के दौरे को लेकर स्थानीय लोगों में खुशी का माहौल जरूर है. क्योंकि इस दौरे के बहाने ही उनके गांव में विकास की बात तो हो रही है.