बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने शनिवार को पटना में कहा कि कानून का राज कायम करना केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, न्यायपालिका की भी अहम भूमिका है. उन्होंने कहा कि न्यायपालिका किसी भी सही आदमी के साथ अन्याय नहीं होने देती, सभी के साथ न्याय करती है. पटना उच्च न्यायलय के नवनिर्मित शताब्दी भवन के उद्घाटन के मौके पर अपने संबोधन में नीतीश कुमार ने कहा कि विधायिका कानून का निर्माण करती है, कार्यपालिका उसे क्रियान्वित कर अपनी जिम्मेदारी निभाती है. इसमें न्यायपालिका की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दावा करते हुए कहा कि सरकर ने हर क्षेत्र में बेहतर काम किया है. सड़कों के निर्माण, शिक्षा, स्वास्थ्य, भवन निार्मण के क्षेत्र में काफी काम किए गए हैं. न्यायपालिाक को लेकर हमारे पास जितने भी प्रस्ताव आते हैं, हम उसे स्वीकार करते हैं. उन्होंने वचन देते हुए कहा कि आपका आगे जो भी प्रस्ताव आएगा, उसे भी हम स्वीकार करेंगे. पिछले पांच वर्षों में 2035 अधीनस्थकर्मियों के पद सृजित किए गए हैं. इसके साथ ही सिविल जज के 1033 पद भी सृजित किए गए हैं. आगे भी नियुक्ति से लेकर या भवन निर्माण से संबंधित जो भी प्रस्ताव आएगा, उस पर भी तेजी से काम करेंगे.
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) न्यायमूर्ति शरद अरविंद बोबडे ने शनिवार को पटना उच्च न्यायालय के नवनिर्मित शताब्दी भवन का उद्घाटन किया. मुख्य न्यायाधीश ने फीता काटकर नए भवन का उद्घाटन करने के साथ ही पट्टिका का भी अनावरण किया. उद्घाटन करने के बाद वे भवन का निरीक्षण किया.
CM नीतीश कुमार ने कहा था- कोरोना काल में बिहार ने सबसे अच्छा काम किया
बिहार विधानसभा (Bihar Legislative Assembly) में पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने अपनी सरकार की जमकर तारीफ की. सीएम नीतीश ने कहा कि कोरोना काल में बिहार में सबसे ज्यादा और अच्छा काम किया हुआ है. बिहार की आबादी के अनुपात से 10 प्रतिशत ज्यादा जांच हुई है. नीतीश कुमार को जब विपक्ष के नेताओं ने टोका और हंगामा किया तो उन्होंने नसीहत देते हुए कहा कि मुझे सुन लिजिए तभी न कुछ बोल पाएंगे. तेजस्वी यादव को समझाते हुए नीतीश ने कहा कि आप लोग युवा हैं, नई पीढ़ी के लोग हबैं कुछ समझ भी लिजिए. हमलोग असीमित समय तक तो रहेंगे नहीं इसलिए सुनना भी चाहिए.
Source : News Nation Bureau