बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज अपनी पार्टी के राज्य परिषद की बैठक में कही दिल की बात.अंदरखाने से खबर ये आयी की नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी के नेताओं को कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान ही उन्हें अंदाजा हो गया था कि वे धोखा खा गये हैं. जब वे विधानसभा चुनाव के प्रचार से लौट कर पार्टी दफ्तर आते थे तो उन्हें पता चलता था कि क्षेत्र में क्या हो रहा है. नीतीश बोले-मुझे पता ही नहीं चल पाया कि कौन दुश्मन है और कौन दोस्त. मेरी सरकार ने इतना अच्छा काम किया था लेकिन दुष्प्रचार और धोखे ने जेडीयू को चुनाव हरवाया गया.
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नीतीश कुमार ने कहा कि एनडीए में टिकट का बंटवारा पांच महीने पहले हो जाना चाहिए था, लेकिन सारी चीजें बहुत देर से तय की गयीं. हम क्या करते और हमारे कैंडिडेट क्या कर सकते थे. नीतीश बोले-हमारे समर्थकों ने आंख मूंद कर वोट दिया. हमने जहां कहा, वहीं वोट दिया. शायद वे ये कहना चाह रहे थे कि सहयोगी पार्टी के समर्थकों ने ऐसा नहीं किया. नीतीश इशारों में बोले लेकिन वहां बैठे जेडीयू के नेता उन बातों को समझ रहे थे.
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बिहार में NRC लागू नहीं होने देंगे
नीतीश कुमार ने कहा कि उन्होंने पहले ही बीजेपी को कह दिया था कि वे बिहार में NRC लागू नहीं होने देंगे. वे अब भी उस बात पर कायम हैं. अगर NRC लाने की कोशिश हुई तो वे उसका विरोध करेंगे और उनके रहते बिहार में NRC लागू नहीं होगा. नीतीश कुमार ने ये भी कहा कि वे राज्य से लेकर प्रखंड स्तर तक सरकारी कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति बनाकर अपनी पार्टी के वफादार कार्यकर्ताओं को जगह देना चाहते हैं, लेकिन बीजेपी की ओर से नाम नहीं दिया जा रहा है.
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2015 में ही उन्होंने लालू जी की पार्टी से इस कमेटी के लिए नाम मांगा था. 2017 में बीजेपी आ गयी. बीजेपी की ओर से नाम ही नहीं आया इसलिए कमेटी नहीं बन पायी. लेकिन अब वे हर हाल में इन कमेटियों का गठन करेंगे. इसमें जेडीयू के वफादार कार्यकर्ताओं को जगह दी जायेगी. जेडीयू नेता सरकार के काम का क्रेडिट लें,नीतीश कुमार ने कहा कि जेडीयू के जो नेता चुनाव हार गये हैं उन्हें घर पर नहीं बैठना चाहिये. उन्हें जनता के बीच जाना चाहिये और सरकार के काम का क्रेडिट लेना चाहिये. उनकी सरकार ने समाज के हर तबके के लिए बेहतरीन काम किया है इसका क्रेडिट जेडीयू को मिलना चाहिये. जेडीयू के नेता क्रेडिट लेने में पीछे छूट जाते हैं.
Source : News Nation Bureau