बिहार विधानसभा (Bihar Legislative Assembly) में मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने अपनी सरकार की जमकर तारीफ की. सीएम नीतीश ने कहा कि कोरोना काल में बिहार में सबसे ज्यादा और अच्छा काम किया हुआ है. बिहार की आबादी के अनुपात से 10 प्रतिशत ज्यादा जांच हुई है. नीतीश कुमार को जब विपक्ष के नेताओं ने टोका और हंगामा किया तो उन्होंने नसीहत देते हुए कहा कि मुझे सुन लिजिए तभी न कुछ बोल पाएंगे. तेजस्वी यादव को समझाते हुए नीतीश ने कहा कि आप लोग युवा हैं, नई पीढ़ी के लोग हबैं कुछ समझ भी लिजिए. हमलोग असीमित समय तक तो रहेंगे नहीं इसलिए सुनना भी चाहिए.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदन में नसीहत देते हुए कहा कि यहां भी माननीय मास्क नही लगाते हैं. उन्हें भी मास्क लगाना चाहिए, सभी को हम कहते हैं मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी है.
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सदन में नीतीश कुमार ने कहा कि अटल जी के समय में बिहार के विकास के लिए बहुत कार्य हुए थे. उनसे हमने बहुत कुछ सीखा है. कृषि विकास को लेकर सीएम ने कहा कि बिहार का क्षेत्रफल सबसे कम है और आबादी सबसे ज्यादा, इससे भी कृषि क्षेत्र प्रभावित होता है. इसके बाद भी हमारे यहां कई चीजों का उत्पादन दुगुना हुआ है. कृषि रोडमैप जो बनाया गया उसके मुताबिक सब काम किया जा रहा है.
बिहार विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर वाद विवाद में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव (Tejashvi yadav) ने नीतीश कुमार और बिहार सरकार पर बोला हमला. उन्होंने कहा कि बिहार में इतना लुंज पुंज सरकार इतिहास में नहीं रहा है. नीतीश कुमार अनुकंपा पर मुख्यमंत्री हैं. सीएम नीतीश पर हमला बोलते हुए तेजस्वी ने कहा कि आरजेडी नेता ने आगे कहा कि नीतीश कुमार चंद लोगों के मुख्यमंत्री हैं, कुछ अधिकारियों के लिए हैं ये मुख्यमंत्री, बिहार के जनता के लिए नहीं हैं.
विधानसभा में तेजस्वी यादव ने ये भी कहा कि सरकार सिर्फ घोषणा करना जानती है. पेपर पर सरकार चल रही है. केंद्र से बिहार को जो विशेष पैजेक मिला उसकी जनकारी सरकार सदन पटल पर रखा जाय. बिहार को विशेष दर्जा क्यों नही मिला. चुनाव में हमारा मुख्य एजेंडा बेरोजगारी का था. बिहार में शिक्षा चौपट. अस्पताल बदहाल हैं. विधान सभा मे 200 सीटों की नौकरी पर 5.5 लाख आवेदन आए.
Source : News Nation Bureau