आगामी 9 सितंबर से 25 सितंबर तक विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला-2022 महासंगम का आयोजन होने जा रहा है. इसे लेकर आज स्वयं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गया पहुंचे और पितृपक्ष मेला की तैयारियों का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह में पूजा-अर्चना की. इसके बाद फल्गु नदी, देवघाट और रबर डैम का निरीक्षण किया. मुख्यमंत्री स्वयं रबर डैम के ऊपर से चलते हुए फल्गु नदी के पूर्वी तट पर स्थित सीताकुंड पिंडवेदी पहुंचे. इस दौरान संबंधित विभाग के अधिकारी उन्हें पितृपक्ष मेला की तैयारी और रबर डैम से संबंधित तमाम जानकारी उपलब्ध करा रहे थे.
मौके पर मौजूद जदयू के पूर्व विधायक अभय कुशवाहा ने कहा कि आज बहुत ही गौरवशाली दिन है. फल्गु नदी पर रबर डैम बनने से यहां सालों भर पानी रहेगा. ऐसा किसी ने सोचा भी नहीं था. रबर डैम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट है. इसे लेकर वे काफी गंभीर थे और इससे संबंधित कार्यों की जानकारी हमेशा लेते रहते थे. आज स्वयं उन्होंने रबर डैम का निरीक्षण किया है.
इसके बन जाने से फल्गु नदी में सालोभर 3 फीट पानी रहेगा, जिससे तीर्थयात्रियों को श्राद्ध कर्मकांड व तर्पण करने में सहूलियत होगी. पहले पिंडदान के समय में फल्गु नदी सूखी रहती थी. माता सीता के श्राप के कारण नदी में पानी नहीं रहता था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फल्गु नदी को श्राप से मुक्त कराया है. इसके लिए भी वे धन्यवाद के पात्र हैं. पहले पिंडदान करने के लिए तीर्थयात्री नदी के बालू को खोदकर पानी निकालते थे, लेकिन रबर डैम बन जाने से फल्गु नदी में हमेशा पानी रहेगा. इससे पिंडदान कर्मकांड करने में सहुलियत होगी. इतना ही नहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गंगा के पानी को भी गया लाने का कार्य कर रहे हैं. गंगा उद्भव योजना के पूरा हो जाने से गयावासियों को गंगा का शुद्ध जल पीने को मिलेगा. सीएम के इन विकास कार्यों को देखते हुए शहर वासियों में भी काफी खुशी है.
Source : News Nation Bureau