बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने उपेंद्र कुशवाहा पर सीधा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि वो जब जेडीयू में आये थे तो उनका स्वागत किया गया था. अगर वह कहीं और जाना चाहते हैं तो स्वतंत्र हैं. सीएम नीतीश ने आगे कहा कि अगर उपेंद्र कुशवाहा को कोई शिकायत है तो पार्टी के भीतर कहें, ट्विटर पर नहीं. उपेन्द्र कुशवाहा के द्वारा ट्वीट कर अपनी हिस्सेदारी मांगने पर पर CM नीतीश कुमार ने कहा इन सब चीजों का कोई मतलब नहीं है. जो पार्टी में रहते हैं वो ट्वीट करके बोलते हैं क्या?
सीएम नीतीश ने आगे कहा कि एक बार जाने के बाद पार्टी में लौट कर के आए है जो बात करनी है मिल कर करना चाहिये. सीएम ने कहा कि मीडिया के सामने आकर बोलने का क्या मतलब ये सब चीज नहीं करना चाहिए. पार्टी के अंदर बात होनी चाहिए. जो मन है वो जाने, आए तो स्वागत किए थे नहीं रहे कहीं और जाए तो भी अच्छा. वहीं, मदरसे की जांच पर सीएण नीतीश कुमार ने कहा कि कोर्ट का कोई भी आर्डर होता है. उसे देखा जाता है. सरकार उसको देखती है. कोर्ट का जो भी आदेश होगा उसे देखेंगे. साथ ही उन्होंने मदरसों को लेकर विपक्ष पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है.
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CM नीतीश कुमार और उपेंद्र कुशवाहा के बीच क्यों पड़ी दरार?
बिहार के सीएम नीतीश कुमार अपनी ही पार्टी के बड़े नेता उपेंद्र कुशवाहा का नाम नहीं सुनना चाह रहे हैं. बिहार के सियासी गलियारों में गर्माहट है. ऐसे में सवाल ये उठ रहा है कि सीएम नीतीश कुमार और उपेंद्र कुशवाहा के बीच इतनी दूरी अचानक से आ क्यों गई? दरअसल, बीते गुरुवार को उपेंद्र कुशवाहा अचानक दिल्ली पहुंच गए और रूटीन चेकअप के लिए एम्स में भर्ती होने बात भी खुद दी. शुक्रवार को बीजेपी नेताओं ने दिल्ली में उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात की. उपेंद्र कुशवाहा से बीजेपी प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल, संजय टाईगर और बीजेपी नेता और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के पूर्व सदस्य योगेन्द्र पासवान ने भी मुलाकात की थी. ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि एनडीए में उनकी वापसी हो सकती है. अब इसी को लेकर घमासान मचा हुआ है.
मुझे दरकिनार करना सीएम को कमजोर करना- उपेंद्र
कुशवाहा ने कहा कि डील की बात हो रही है. राजद के लोग सीधे नीतीश कुमार को खारिज कर रहे हैं. हटाना चाह रहे हैं. गठबंधन बनाते वक्त क्या डील हुआ ये जानना चाहता हूं. उपेंद्र कुशवाहा को दरकिनार करने का मतलब नीतीश कुमार को कमजोर करना है. नीतीश कुमार को कमजोर किया जा रहा है. ये ठीक बात नहीं है. पार्टी की ओर से कल भी एक कार्यक्रम हुआ और आज भी कार्यक्रम है मगर उपेंद्र कुशवाहा को दरकिनार किया गया. ये साजिश है. नीतिश कुमार साजिश समझिए. जरूरत है तो मुझे बुलाकर बात कर लीजिए.
सीएम नीतीश को उपेंद्र कुशवाहा का जवाब
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने जेडीयू में मचे खलबली के बीच उपेंद्र कुशवाहा का नाम लिए बिना ये कह दिया है कि जिसे जहां जाना है वह अभी चला जाए. जेडीयू ना कमजोर थी और ना कमजोर है. अब सीएम नीतीश के बयान पर पलटवार करते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि ऐसे कैसे चले जाएं वो भी बिना अपना हिस्सा लिए. उपेंद्र कुशवाहा ने एक समाचार लिंक को कोट करते हुए ट्वीट किया, 'बड़ा अच्छा कहा भाई साहब आपने...! ऐसे बड़े भाई के कहने से छोटा भाई घर छोड़कर जाने लगे तब तो हर बड़का भाई अपने छोटका को घर से भगाकर बाप-दादा की पूरी संपत्ति अकेले हड़प ले. ऐसे कैसे चले जाएं अपना हिस्सा छोड़कर....?
HIGHLIGHTS
- उपेंद्र कुशवाहा पर फिर भड़के नीतीश कुमार
- पार्टी के अंदर आकर बात करने की कही बात
- मदरसों को लेकर विपक्ष पर लगाया झूठ बोलने का आरोप
Source : News State Bihar Jharkhand