बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने जनता के दरबार में पत्रकारों के सवाल के जवाब दिए हैं. लखीमपुर खीरी की घटना पर उन्होंने कहा कि खबरों में हमने देखा है कि उत्तर प्रदेश की सरकार करवाई करेगी, उन्हें इस मामले को देखना है. जातीय जनगणना पर नीतीश कुमार ने अपनी बात दुहराई. उन्होंने कहा कि हमलोग बार-बार इसकी वकालत कर रहे हैं. केंद्र सरकार नहीं मानेगी तो हमलोग उपचुनाव के बाद सर्वदलीय बैठक करेंगे. सर्वसम्मति से कोई निर्णय लिया जाएगा. इस ओर दूसरे दलों से बात चल भी रही थी, मगर अब उपचुनाव की घोषणा हो गई है.
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नीति आयोग की रिपोर्ट से खफा नीतीश कुमार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में बहुत काम हुआ है और आप एक कोई बात उठा कर कुछ कह दें ये ठीक नहीं है. स्पष्ट अध्ययन की जरूरत है. हम ये बात आगे की बैठकों में रखेंगे. हमलोगों ने तो स्वास्थ्य के क्षेत्र में बहुत ज्यादा काम किया है. हर राज्य की अलग-अलग तरीके से आकलन की जरूरत है, जो पिछड़े राज्य हैं वो एक जगह हों, जो विकसित राज्य हों वो एक जगह हो, फिर आप पिछड़े राज्यों के लिए कुछ अलग से कीजिए. बिहार में हर क्षेत्र में बहुत विकास हुआ है, हमलोग जब आए थे तब ऐसी स्थिति नहीं थी.
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उन्होंने कहा कि सभी राज्यों के लिए एक पैरामीटर पर काम नहीं किया जा सकता. जनसंख्या के लिहाज से बिहार देश में तीसरे स्थान पर है और क्षेत्रफल के पैमाने पर 12 में स्थान पर. ऐसे में अगर आप 1 स्क्वायर किलोमीटर के अंदर स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर आकलन करते हैं तो उसका नतीजा सही नहीं आ सकता. नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में 15 साल पहले क्या स्थिति थी, यह सबको मालूम है. राज्य के अंदर स्वास्थ्य सेवा ठप हो चुकी थी. अस्पतालों में जानवर पड़े रहते थे.